जीएनआईओटी एमबीए इंस्टिट्यूट में आयोजित दो दिवसीय ‘नेशनल सेमिनार’ का समापन

 

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित जीएनआइओटी. एम बी ए इंस्टिट्यूट मे सेमिनार के दूसरे दिन की शुरुआत “व्यवसाय संचालन में प्रौद्योगिकी की भूमिका ” विषय पर  मुख्य अतिथि एच के  शर्मा (एडिशनल  डायरेक्टर  जनरल – सप्लाई ,मिनिस्ट्री  ऑफ़  कॉमर्स  & इंडस्ट्री)  ने कॉन्ट्रैक्ट और सप्लाई चेन के आपसी संबंधों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए संगोष्ठी में आये हुए प्रतिभागियों  को उसके प्रायोगिक उपयोग के बारे में बताया।
संजीव कुमार भाटिया -चीफ जनरल मैनेजर ने आई जी एल द्वारा अपनाये गए विभिन्न तकनीकियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे मे बताया कि स्पीच रिकग्निशन : गूगल का वौइस् सर्च फीचर, इमेज रिकग्निशन : फेस डिटेक्शन, जोकि फेसबुक में, कैमरा में इसका फीचर दिखाई देता है यह सब इसी के उदहारण है। चैट बोट्स : हर बड़ी कंपनी के सर्विस सेक्शन में चैट बोट्स  होता  है, इसमें कंप्यूटर  ही आप के प्रश्न के जवाब दे देता है। और यह 24x 7 चालू रहता है।
चेयरमैन -एम् एस डी-4  वी के जैन ने 3D प्रिंटिंग के उपयोग के बारे मे बताया। तेजी से प्रोटोटाइप के अलावा, 3 डी प्रिंटिंग का उपयोग तेजी से विनिर्माण के लिए भी किया जाता है। रैपिड मैन्युफैक्चरिंग मैन्युफैक्चरिंग का एक नया तरीका है, जहां व्यवसाय कम रन / छोटे बैच कस्टम निर्माण के लिए 3 डी प्रिंटर का उपयोग करते हैं। 3 डी प्रिंटर का उपयोग विभिन्न प्रकार के चिकित्सा उपकरणों के निर्माण के लिए किया जाता है, जिनमें जटिल ज्यामिति या विशेषताएं शामिल हैं। जो रोगी की अनोखी शारीरिक रचना से मेल खाती हैं।
भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान से आये सी ए अजित कुमार ने बताया कि आजकल आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस कि मदद से ड्रोन का उपयोग किया जा रहा हैl जो नई पीढ़ी के स्वउड़ान ड्रोन का मार्ग प्रशस्त कर रहा है, जो मानव ऑपरेटर की आवश्यकता के बिना कार्यों को पूरा कर सकता है संभावनाएं अनंत हैं।
स्वचालित सुरक्षा निरीक्षणों से लेकर 24/7 डिलीवरी सेवाओं तक डायरेक्टर जी.एन.आइ.ओ.टी. एम बी ए इंस्टिट्यूट डॉ सविता मोहन ने कहा कि समकालीन अवधि में, इंटरनेट तेजी से विकास दिखा रहा है। जब हम इंटरनेट के बारे में बात करते हैं, तो सोशल मीडिया वेबसाइट जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की प्रचुर संख्या में मौजूद हैं।
इसलिए, ऐसे युग में जहां इंटरनेट की मदद से सब कुछ किया जा सकता है साइबर सुरक्षा भी इंटरनेट के समानांतर बढ़ रही है l कार्यक्रम के समापन मे संगोष्ठी मे तीस से अधिक शोध पत्र प्रदर्शित हुए जिसमे से उत्कृष्ट शोध पत्र को प्रशस्ति पत्र दिया गया सभी प्रतिभागियों को भागीदारी का प्रमाण पत्र भी  प्रदान किया गया। ग्रुप के चेयरमैन राजेश  गुप्ता ने आये हुए अतिथियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया एवं सभी का आभार व्यक्त किया।
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