जी.बी.यू. में ‘एकात्म मानववाद पर परिचर्चा : 21वीं सदी की उभरती चुनौतियाँ एवं समाधान’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

18-19 जनवरी, 2020 को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय राष्ट्रीय महासंघ के संयुक्त तत्त्वाधान में ‘एकात्म मानववाद पर परिचर्चा : 21वीं शदी की उभरती चुनौतियाँ एवं समाधान’ विषय पर दो-दिवसिय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें पं. दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन पर विस्तार से चर्चा की गयी । 19 जनवरी को सम्मेलन का समापन हुआ । समापन समारोह में पं. दीनदयालय उपाध्याय समिति के को-ऑर्डिनेटर ने डॉ. अक्षय कुमार सिंह ने दो दिनों से चल रहे सम्मेलन में हुए परिचर्चा पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला । रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाऊंडेशन फॉर इंटिग्रल ह्यूमेनिज़्म के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द शर्मा ने अपने बीज वक्तव्य में ‘मैं कौन हूँ’ जैसे प्रश्नों को विचारधारा के माध्यम से जवाब पाने तथा एकात्म मानव इस प्रश्न से जोड़ते हुए कहा, “मानव को मानव समझने के लिए मानव को समझना होगा । मानव केवल व्यक्ति नहीं है, केवल समाज नहीं है ।… व्यक्ति और समाज की एकात्मकता का नाम है एकात्म मानववाद’ ।

मुख्य अतिथि इंडियन काउंसिल ऑफ फिलोसोफिकल रिसर्च, भारत सरकार के अध्यक्ष प्रो. आर. सी. सिन्हा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को एक दार्शनिक के रूप में स्थापित करने पर बल देते हैं । सम्माननीय अतिथि डॉ. महेन्द्र कपूर, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के आदरणीय कुलपति महोदय प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों को प्रकृत्ति और मानव से जोड़ते हुए विस्तृत रूप से अपने विचार रखें । दिल्ली विश्वविद्यालय की असोसिएट प्रोफेसर डॉ.गीता भट्ट ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।

गौरतलब है कि कल से चल से इस सम्मेलन में पाँच तकनीकि सत्र संचालित हुए, जिसमें में से तीन सत्र 18 जनवरी तथा 19 जनवरी को चौथा-पाचवाँ सत्र संचालित हुआ । चौथे सत्र की अध्यक्षता यू.जी.सी.-एच.आर.डी.सी., जे.एन.यू. के डायरेक्टर प्रो. माधव गोविन्द ने किया तथा मुख्य वक्ता श्री विश्वकर्मा स्कील विश्वविद्यालय, हरियाणा के कुलपति प्रो. राज नेहरू थे । पाँचवें सत्र की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के असोसिएट प्रो. अश्विनी महाजन और सह-अध्यक्ष सी.ए.एण्ड फाइनेन्शियल एनालिस्ट चेन्नई के सुन्दरं आर. ने की तथा मुख्य वक्ता विज्ञान भारती के नेशनल ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी श्री जयन्त सहस्रबुद्धे थे । विशेष संबोधन मेरठ विश्वविद्यालय के प्रो. पवन शर्मा ने दिया । डॉ. सुधीर सिंह, डॉ. मनोज कुमार बाहरवाल, डॉ. खुशबू चौहान, डॉ. के. गोपीनाथन पिल्लई, डॉ. नरेश कुमार वर्मा ने शोध पत्र प्रस्तुत किया ।

इस सम्मेलन में देश भर से विभिन्न विश्वविद्यालय तथा जी.बी.यू. के प्राध्यापकगण एवं शोध-छात्र उपस्थित रहें । इस सम्मेलन के निदेशक स्कूल ऑफ लॉ के अधिष्ठाता प्रो. एस.के.सिंह तथा संयोजक विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय समिति के को-ऑर्डिनेटर डॉ. अक्षय कुमार सिंह है । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. ममता शर्मा, डॉ. रमा शर्मा, श्री उदित पंडित, श्री अक्षय सरोहा, डॉ. विमलेश कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. सुमित्रा हुईद्रोम, प्रो. दिनेश शर्मा आदि ने सहयोग दिया ।

Share