शैल इको-मैराथन इंडिया 2019 में बैटरी-इलेक्ट्रिक डेब्यू करने के लिए शिव नादर यूनिवर्सटी की टीम रुद्र पूरी तरह तैयार

ग्रेटर नोएडा। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर आधारित भविष्य के लिए दुनिया भर में चल रहे प्रयासों से प्रेरित होकर प्रतिष्ठित शिव नादर यूनिवर्सटी के इंजीनियरिंग छात्र शैल के मेक द फ्यूचर लाइव इंडिया 2019 में बैटरी-इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप श्रेणी में शुरूआत करने जा रहे हैं। 12 उत्साही छात्रों वाली टीम रुद्र ने इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप तैयार किया है जिससे इसके लिए ज़रूरी ऊर्जा दक्षता का उदाहरण मिलता है जिसमें आज की मोबिलिटी की चुनौतियों का समाधान करने क्षमता है।

बारीश की बूंदों के आकार से प्रेरित गाड़ी की बनावट एरोडाइनैमिक रूप से दक्ष बायो इंस्पायर्ड डिजाइन है जो लीस्ट ड्रैग कोफिशिएंट सुनिश्चित करती है। कम से कम ईँधन उपभोग के साथ अधिकतम माइलेज के समान लक्ष्य के साथ टीम ने वाहन को चेन ड्रिवेन बनाने के बजाय हब मोटर्स की शक्ति देने का निर्णय लिया है- जिसमें कम से कम ट्रांसमिशन का नुकसान होता है।

उन्हें भरोसा है कि एरोडाइनैमिक डिजाइन और बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले इंजन का यह मिश्रण कार्यक्रम में 200 किमी/यूनिट का प्रभावी माइलेज हासिल करेगा।

उनके मार्गदर्शक डॉ. निशांत मिश्रा (एसोसिएट प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) जानकारी उपलब्ध कराने और गाड़ी तैयार करने के दौरान छात्रों की मदद करने में काफी मददगार रहे।

अपूर्व मेहता, टीम मैनेजर, टीम रुद्र ने कहा, “टीम रुद्र का साझा लक्ष्य दुनिया को जीवन जीने के लिए स्थाई और बेहतर जगह बनाना है। शैल इको मैराथन में हिस्सा लेने के पीछे प्रेरणा इसकी व्यापक पहुंच के साथ-साथ काम कर रहे प्रोटोटाइप्स के राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर होने वाले विश्लेषण और मिलने वाली प्रतिष्ठा है। इस स्तर के मुकाबले में हमारे संस्थान और टीम का प्रतिनिधित्व करना बहुत ही शानदार अहसास है जिसके बारे में कोई सोच सकता है। शैल इको-मैराथन हमें हमारी इंजीनियरिंग की कुशलता का इस्तेमाल बेहतर भविष्य के लिए करने के लिए प्रेरित करता है।”

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