राम-सबरी संवाद सुन मंत्रमुग्ध हुए दर्शक, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने की मंचन की तारीफ

ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पाई 1 स्थित रामलीला मैदान में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी द्वारा भव्य रामलीला में दीप प्रज्वलित कर मंचन की शुरुआत की। मुख्य अतिथि महेन्द्र नाथ पांडे, मंत्री भारत सरकार ने दीप प्रज्वलित कर मंचन की शुरुआत की।  आज के मंचन में सेतु बांधने,  विभीषण शरणागति और अंगद-रावण संवाद की लीलाएं हुई।

रामलीला मैदान में हुई लीला में दिखाया गया कि प्रभु श्रीराम लंका कूच का आदेश देते हैं। नल और नील प्रभु श्रीराम का नाम पत्थर पर लिखकर समुद्र में डालते हैं और सेतु बनाते हैं। भगवान शिव की पूजा कर श्रीराम रामेश्वरम की स्थापना करते हैं। विभीषण को रावण लंका से निष्कासित कर देता है और वो प्रभु श्रीराम की शरण में आते हैं।

उनका राजतिलक श्रीराम करते हैं। युवराज अंगद को रावण को समझाने के लिए लंका भेजा जाता है। अंगद के काफी समझाने पर भी रावण सीताजी को वापस भेजने के लिए तैयार नहीं होता। सभा में अंगद पैर जमाकर कहते हैं कि अगर कोई योद्धा है तो मेरा पैर उठाकर दिखाए। योद्धाओं के नाकाम रहने पर रावण आता है तो अंगद कहते हैं कि पैर पकड़ने हैं तो श्रीराम के पकड़ो उसी में आपका कल्याण है।

इस मौके पर अध्यक्ष आनन्द भाटी, महासचिव ममता तिवारी, अजय नागर, राजकुमार नागर, शेर सिंह भाटी, चैनपाल प्रधान, बालकिशन शफीपुर, महेश बदौली समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

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