31 जुलाई को जी.एल. बजाज संस्थान ने एक करार के तहत डेलाॅयट इनोवेशन सेन्टर की स्थापना अपने परिसर में की। इस अवसर पर जीएल बजाज संस्थान के डाॅयरेेक्टर डाॅ. राजीव अग्रवाल कहा कि यह इनोवेशन हब इन्डस्ट्री तथा एकेडमिया के बीच की दूरी को खत्म करने में सहायता प्रदान करेगा।
इस इनोवेशन हब के तहत छात्र-छात्राये अपने विचारों को विशेषज्ञो के साथ साझाँ करेगें तथा विशेषज्ञ उनके विचारों को परख कर तकनीकि सहायता उपलब्ध करवायंगे। इस अवसर पर बोलते हुये उन्होनें कहा कि 21 वी सदी में स्कील तथा क्रियटीविटी मुख्य रुप से उपयोगी है। इन दोनो में भी स्कील ज्यादा उपयोगी है, हमें देखना होगा की इन्डस्ट्री में किस तरह की स्कील की डिमान्ड में है और इस में डेलाॅयट हब हमारी सहायता करेगा।
अपने स्वागत भाषण में स्टेन्डफोर्ड युनिवर्सिटी द्वारा किए गये एक सर्वे का जिक्र करते हुये उन्होनें कहा कि भारतीय छात्रों की काॅगनेटिव स्कील 1.5 है जो कि काॅलेज जाने पर कुछ बढ जाती है। हमें अगर प्रगति करनी है तो अपनी काॅगनेटिव स्कील पर काम करना होगा। उन्होनें कहा कि उन्हें विश्वास है कि इनोवेशन डे जैसे कार्यक्रम काॅगनेटिव स्कील बढाने में सहायता करेगें।
इस अवसर पर डेलाॅयट कम्पनी के चीफ इनोवेशन आॅफिसर एण्ड लीडर, साइबर रिस्क मैनेजमेंट सर्विसेस, पार्था सार्थी ने कहा कि इनोवेशन तब तक किसी भी काम की नही है जब तक उसका जन जीवन में उपयोग हेतु वाणिज्यीकरण ना कर दिया जाये। उन्होनें कहा कि डेलाॅयट इनोवेशन हब छात्रों को ना सिर्फ इनोवशन के लिये प्रेरित करेगा बल्कि उन्हें समुचित तकनीक, वित्तिय तथा प्रोडक्ट को पेटेन्ट और वाणिज्यीकरण करने की जानकारी व सहायता भी उपलब्ध करवायेगा। इस अवसर पर संस्थान के वाइस चेयरमेन श्री पंकज अग्रवाल ने कहा कि उनका उद्देश्य छात्रों को ना सिर्फ नौकरी दिलवाना बल्कि स्वउद्यमिता के लिये प्रेरित करना भी है। और इस के आवश्यक है कि सुविधा व सहायता उपलब्ध करवायी जाये। उन्होनें कहा कि डेलाॅयट इनोवेशन हब इसी दिशा में एक कदम है।
अन्त में जी.एल. बजाज संस्थान के निदेशक डाॅ. राजीव अग्रवाल ने आये हुये अतिथियों का आभार व्यक्त किया तथा छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर सभी विभाग के समस्त छात्र व शिक्षकगण उपस्थित थे।