जीएल बजाज, ग्रेटर नॉएडा में भारत का पहला एक्सआर सेंटर हुआ स्थापित

 

14 मई को भारत का पहला एक्सआर (एक्सटेन्ड रियलिटी) सेंटर, जीएल बजाज, पिक्सेल गैलेक्सी प्रा लि एवं कोरियन एसोसिएटस इलेक्ट्राॅनिक एवं टेलीकम्यूनिकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट कोरियन सरकार द्वारा वित पोषित अनुसंधान संस्थान) एवं डी0कैरिक प्रा0 लि0 के साथ मिलकर जीएल बजाज इंस्टीट्यॅअ आॅफ टैक्नोलाॅजी, ग्रेटर नोएडा में स्थापित किया गया।

इस अवसर ईटीआरआई के वाईस प्रेसीडेन्ट मि गिल हैंग ली एवं डी कैरिक प्रा लि के संस्थापक डतण् प्ीवद ब्ीवप के साथ 15 सदस्यों की टीम ने हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम के दौरान मि0 गिल हैंग ली ने कहा आज हम ऐसे भविष्य की कल्पना करते है जहाॅ पर टैक्नोलाॅजी अधिक व्यक्तिगत और अधिक उपयोगी बन जायेगी, आज हम अपनी जरुरतों अथवा जटिल समस्याओं का निवारण करने के लिये ऐसे-ऐसे माध्यम विकसित कर रहे है जो आने वाले समय में काफी उपयोगी होगें। उन्होंने कहा एक्सटेन्ड रियलिटी एक ऐसी ही टैक्नोलाॅजी है।

इसके बाद डी0कैरिक के संस्थापक डतण् प्ीवद ब्ीवप ने एक्सआर टैक्नोलाॅजी के बारे में विस्तार से बताया एक्सआर टैक्नोलाॅजी के माध्यम आप वो सब महसूस कर सकते है जो आप रियल लाइफ में करते है लेकिन वो अस्तित्व में नहीं होता, जिसका आपके मस्तिष्क को पता होता है उदाहरण के तौर पर आप कोई गेम खेल रहे है और आपको एक गन मशीन की जरुरत पड़ती है, तो यह गन मशीन आपका टपतजनंस व्इरमबज होगी जिसे आप पकड़ सकते है और उसके फक्शन उपयोग कर सकते है। आने वाले 4-5 वर्षों में एक्सआर टैक्नोलाॅजी का मुख्यतः उपयोग गेमिंग शिक्षा के साथ-साथ हेल्थ केयर, ऐजुकेशन, मिल्ट्री, एजुकेशन एण्ड मनोरंजन के रुप में किया जायेगा।
कार्यक्रम के बाद कोरियन टीम के सदस्यों ने एक ई0टी0आर0आई0-एक्सपो का आयोजन किया जिसमें टीम के सदस्यों ने एक्सआर टैक्नोलाॅजी पर आधारित साॅफ्टवेयर एवं हार्डवेयर डिवाइस का उपयोग हमारी दैनिक जीवन में कैसे होगा उसका प्रायोगात्मक उदाहरण करके दिखाया जो छात्रों और बाहर की इंडस्ट्री एवं संस्था से आये हुये लगभग 500 लोगों का आकर्षण का केन्द्र बना।

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