#Election2019 : पूरे देश में में इस समय राजनीती शीर्ष चरम पर है। गली, मौहल्लों में सिर्फ चुनावों की ही बात की जा रही है। जिला गौतमबुद्धनगर में आगामी 11 तारीख को लोकसभा उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी।
वहीं, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीती गरमा रही है। ज़िले में सपा व बसपा के कार्यकर्ता लगातार अपनी पार्टी छोड़कर बीजेपी की शरण ले रहे हैं। हाल ही में बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री वेदराम भाटी की शरण में पहुंचकर बसपा के नगर अध्यक्ष व पार्टी के क़द्दावर नेता आबिद सिद्दीक़ी ने पूर्व मंत्री का आशीर्वाद लेते हुए बीजेपी का पटका पहनकर शरण ले ली हैं।
सूत्रों से पता चला है कि बसपा के ही कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ और पदाधिकारियों के प्रति हमदर्दी दिखाने के लिए झूठी शिकायत करके आबिद सिद्दीक़ी को बनाया था निशाना। बताया जाता है कि इसी को लेकर पद की गरिमा को दरकिनार करते हुए स्थानीय पदाधिकारियों एंव कार्यकर्ताओं द्वारा की गई अभ्रदता से आहत आबिद सिद्दीक़ी ने बीजेपी में जाने का निर्णय लिया।