आई टी एस डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में इंडियन आॅर्थोडोंटिक्स सोसाइटी की चार दिवसीय ने शनल कांफे्रस का आयोजन

’’आधुनिक दंत चिकित्सा का कार्यक्षेत्र अब सिर्फ दांतों का पारंपरिक तरीके से इलाज करना ही नही बल्कि जरूरत के हिसाब से लोगों के व्यक्तिित्व को और अधिक सुंदर बनाने हेतु दांतों को नया आकार देना भी है।’’ यह उद्गार डायरेक्टर जनरल डेंटल सर्विसेस, लेफ्टीनेंट जनरल एस0एम0 लोध ने आईटीएस डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में आयोजित 23वीं चार दिवसीय इंडियन आॅर्थोडोंटिक्स सोसाइटी के उद्घाटन में देश-विदेश से आये 2000 से अधिक शिक्षकों एवं परास्नातक के छात्रों को सम्बोधित करते हुए कही।

दिनांक 21 फरवरी से 24 फरवरी तक चलने वाले इस चार दिवसीय सम्मेलन में देश-विदेश से आये आॅर्थोडोंटिस्ट ने दंत चिकित्सा के कई आधुनिक तरीकों के इलाज की जानकारी, ई-पोस्टर, टेबल क्लीनिक, शोध पत्र तथा हैंड्स आॅन के माध्यम से आपस में आदान प्रदान किया।
इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनंद अरोडा ने बताया कि चार दिवसीय इस सम्मेलन में विशषज्ञों द्वारा बीस से अधिक आधुनिक दंत चिकित्सा पर व्याख्यान, लगभग 800 से अधिक ई-पोस्टर, 700 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किये गये।

सम्मेलन में मुख्य आकर्षक हंगरी के डाॅ पीटर बॅार्बले, यूके के डाॅ वारगन वेडर, एम्स, दिल्ली के दंत विभाग के निदेशक डाॅ ओपी खरबंदा, केजीएमसी, लखनऊ के आॅर्थोडांेटिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ प्रदीप टंडन, मौलान आजाद, दिल्ली के आॅर्थोडांेटिक्स विभाग की विभागाध्यक्षा डाॅ तुलिका त्रिपाठी एवं अन्य कई वक्ता रहे जिन्होने आधुनिक दंत चिकित्सा की बारीकियों पर अपने विचार प्रस्तुत किये।

कार्यक्रम के आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं आईटीएस डेंटल काॅलेज के आॅर्थोडांेटिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 अनिल मिगलानी ने बताया कि आॅर्थो दंत चिकित्सा के माध्यम से टेढे-मेढे दांतों का इलाज काफी कम समय में बिना तार लगाये अलाइनर सिस्टम के माध्यम से भी सीधा किया जा सकता है तथा दांतों को सुंदर बनाने हेतु मरीजों की जरूरत के हिसाब से हीरे, सोना एवं चांदी भी जडित किया जा सकता है तथा उन्हे विभिन्न रंगों का आकार देकर और अधिक सुदर भी बनाया जा सकता है।

इस अवसर पर आईटीएस-द एजूकेशन गु्रप के अध्यक्ष डाॅ आरपी चडढा ने आयोजकों की पूरी टीम को बधाई देते हुए सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी चिकित्सकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिये बधाई देते हुए कहा कि आईटीएस-द एजूकेशन गु्रपका हमेशा से यह प्रयास रहा है कि समाज को बेहतर बनाने हेतु अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य एवं शिक्षा की सुविधा प्रदान की जाये। डाॅ0 चडढा ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी चिकित्सकोें के माध्यम से मरीजों का काफी लाभ होगा तथा वे कम समय और कम पैसों में काफी अच्छा और विश्वसनीय पूर्ण इलाज कर सकेंगे।

कार्यशाला में भाग लेने आये सभी चिकित्सकों ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस कार्यशाला से उन्हे काफी कुछ सीखने को मिला है जिससे वे मरीजों का इलाज आसानी से कर पायेंगे।

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