भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाताहै।यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए अहम है। इस दिनभारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारीकी शपथ लेनी चाहिए, क्योंकि भारत के प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देशके भावी भविष्य की नींव रखता है। भारत में जितने भी चुनाव होते हैं,उनको निष्पक्षता से संपन्न कराने की जिम्मेदारी ‘भारत निर्वाचनआयोग’ की होती है। ‘भारत निर्वाचन आयोग’ का गठन भारतीयसंविधान के लागू होने से 1 दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआथा, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बननेवाला था और भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से चुनाव कराने केलिए निर्वाचन आयोग का गठन जरूरी था इसलिए 25 जनवरी1950 को ‘भारत निर्वाचन आयोग’ गठन हुआ।
कुलपतिकेभाषणकीमुख्यविशेषताएं:
25 जनवरी 2019 को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने 9वां राष्ट्रीयमतदाता दिवस मनाया समारोह में सभी छात्र, संकाय और कर्मचारीउपस्थित थे।समारोह की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. बी.पी.शर्मा ने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को मतदान के महत्व परप्रकाश डाला,उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को समाजऔर राष्ट्र के निर्माण में बड़ी भूमिका निभानी है, इसलिए सभी कोअपने मत का प्रयोग करनाचाहिए। भारत देश की 65 प्रतिशतआबादी युवाओं की है इसलिए देश के प्रत्येक चुनाव में युवाओं कोज्यादा से ज्यादा भागीदारी करनी चाहिए और ऐसी सरकारें चुननीचाहिए, जो कि सांप्रदायिकता और जातिवाद से ऊपर उठकर देश केविकास के बारे में सोचें। जिस दिन देश का युवा जाग जाएगा, उसदिन देश से जातिवाद, ऊंच-नीच, सांप्रदायिक भेदभाव खत्म होजाएगा। ये सिर्फ और सिर्फ हो सकता है हम सबके मतदान करने से।
भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारीबढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस ’25 जनवरी’ को ही’राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की थी और2011 से ही हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनायाजाता है। इस दिन देश में सरकारों और अनेक सामजिक संथाओं द्वारालोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रमोंका आयोजन किया जाता है जिससे कि देश की राजनीतिकप्रक्रियाओं में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
इस दिन का महत्व 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने वाले युवाओं को चुनावीप्रक्रिया में भाग लेने, खुद को मतदाता सूची में दर्ज करने या पंजीकृत करनेऔर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है। गुरुवारको 9 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। इसलिए हर एक व्यक्तिका वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवसका हर वर्ष आयोजन सभी भारत के नागरिकों को अपने राष्ट्र के प्रतिकर्तव्य की याद दिलाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन लोगोंको यह भी बताता है कि हर व्यक्ति के लिए मतदान करना जरूरी है।भारत के प्रत्येक नागरिक का मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है,क्योंकि आम आदमी का एक वोट ही सरकारें बदल देता है। हमसबका एक वोट ही पलभर में एक अच्छा प्रतिनिधि भी चुन सकता हैऔर एक बेकार प्रतिनिधि भी चुन सकता है इसलिए भारत के प्रत्येकनागरिक को अपने मत का प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए औरऐसी सरकारें या प्रतिनिधि चुनने के लिए करना चाहिए, जो कि देशको विकास और तरक्की के पथ पर ले जा सकें।
25 जनवरी को भारत के प्रत्येक नागरिक को लोकतंत्र में विश्वासरखते हुए शपथ लेनी चाहिए कि वे देश की स्वतंत्र, निष्पक्ष औरशांतिपूर्ण चुनाव कराने