आईटीएस इन्जीनियरिंग काॅलेज द्वारा गुरूग्राम के डी.पी.जी. इंस्टीटृयूट ऑफ़ टेक्नोलाॅजी एंड मैनेजमेंट में उद्यमिता विकास पर डी0एस0टी0-एन0आई0एम0टी0 द्वारा प्रायोजित संकाय विकास कार्यक्रम (एफ0डी0पी0) का आयोजन 10 जनवरी से 22 जनवरी 2019 तक आयोजित किया जा रहा है। जिसमें मुख्य अतिथि डा. एस0पी0 मिश्रा, आई.टी.एस ग्रुप के सलाहकार और डा. विकास सिंह, अधिषाशी निदेशक ने सरस्वती वंदना के साथ द्वीप प्रज्वल्लित कर किया।
डा. मिश्रा, ने सत्र का शुरूआत करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत प्रौद्योगिकी संचालित और ज्ञान आधारित औद्योगों का उछाल देख रहा है, चाहे वो परम्परागत व्यवसाय या किसी अन्य आधुनिक व्यापार का क्षेत्र हो, चाहे नये औद्योगों या स्टार्टअप की संख्या में अचानक बढ़ोतरी ने देश को आश्चर्यचकित कर लिया हो। उन्होंने यह भी समझाया कि इस प्रकार के व्यवसाय में प्रौद्योगिकी और नवाचार एक प्रमुख भूमिका निभा रहें है। उद्यमिता का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों का एक उद्यमीय और पेशेवर मानसिकता के साथ प्रशिक्षित करना है ताकि वे वित्तीय और विनिमय योजनाओं के बारे में छात्रों के बीच जागरुकता विकसित कर सकें।
डाॅ0 विकास सिंह ने उद्यमिता की आवश्यकता को समझाया और हाल के दिनों में उद्यशीलता प्रणाली कैसे विकसित हुई है के बारे में चर्चा की। उन्होंने स्नातक के बाद विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में बात कि और छात्रों को उद्यमिता में शामिल होने से बढ़ते देश का अधिकतम लाभ लेने के लिए पेरित किया, उन्होंने विद्यार्थियों को चाहने वालों की बजाय नौकरी प्रदाता होने कि लिए प्रेरित किया।