जनपद गौतम बुद्ध नगर में यमुना नदी के तट पर बसे ग्रामीणों को बाढ़ से बचाने के संबंध में सचेत करते हुए जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देशन में संबंधित अधिकारीगण लगातार इस संबंध में कार्यवाही कर रहे हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारीगण यमुना के बंदे पर रात-दिन कार्य करते हुए प्रयास कर रहे हैं कि कहीं पर भी यमुना के पानी से बंधे को नुकसान न होने पाए ।
जिला प्रशासन की ओर से पूर्ण प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी ग्रामीण को बाढ़ के कारण नुकसान न होने पाए। इस संबंध में जानकारी देते हुए सिंचाई विभाग के अधिसाशी अभियंता एवं बाढ़ के नोडल अधिकारी एन. के. लांबा ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 दिवस पूर्व हथनी कुंड बांध से यमुना में 6 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया है जो आज शाम तक यमुना में गौतम बुद्ध नगर में पहुंचने की संभावना है। जिसके कारण कामबाक्स पुर, याकूबपुर, मोम नाथन एवं सफीपुर गांव को अत्यंत खतरा बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि कामबाक्स पुर गांव के पास यमुना के द्वारा धारा को रुख बदल कर गांव की ओर कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारीगण बंदे को बचाने के लिए सिंचाई विभाग के बंदे पर दिन-रात कार्य कर रहे हैं ताकि कहीं पर बंदा क्षतिग्रस्त ना होने पाए। जिलाधिकारी बी एन सिंह ने इस संबंध में बताया कि समस्त अधिकारियों को बाढ़ के संबंध में सचेत कर दिया गया है और समस्त बाढ़ चौकियों पर जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है वह अपनी ड्यूटी पर मुस्तैदी के साथ तैनात हैं। उप जिला अधिकारी तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा खतरे वाले क्षेत्र में निरंतर रूप से भ्रमण किया जा रहा है, ताकि किसी ग्रामीण को बाढ़ से नुकसान न होने पाए।