सौरभ श्रीवास्तव
ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी गांव के रहने वाले युवकों को कथित रूप से रंगदारी मांगने के इल्जाम में गिरफ्तार करना पुलिस पर उल्टा पड़ता दिख रहा है क्यों की कोर्ट के आदेश के बाद कासना कोतवाली प्रभारी जितेंद्र कुमार व बिसरख कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा सहित 17 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कासना कोतवाली में ही रिपोर्ट दर्ज की गई है तथा कोर्ट ने निर्देश दिया है कि इस मामले की जाँच किसी उच्च अधिकारी से कराई जाए।
रंगदारी के इल्जाम में गिरफ्तार किये गए बोड़ाकी गांव में रहने वाले राहुल के परिजनों ने आज सूरज पुर स्थित एसएसपी ऑफिस का घेराव करते हुए कहा कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों व कासना कोतवाली प्रभारी जितेंद्र कुमार और बिसरख कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा को निलंबित नहीं किया जाता तब तक निष्पक्ष जांच का भरोषा नहीं होगा। साथ ही परिजनों का कहना है की निष्पक्ष जांच नहीं की जाती तब तक हमें पूर्ण न्याय नहीं मिलेगा .
वहीँ एसएसपी लव कुमार ने परिजनों से बात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि पुलिस ने रंगदारी के मामले में यदि किसी निर्दोष युवक को जेल भेज है तो उस पर बिना देरी किये सख्त कार्यवाही की जायेगी और निष्पक्ष जांच करने का भी आश्वासन दिया है । एसएसपी लव कुमार ने मामले की जाँच सीओ स्तर के अधिकारी से करेंगे।