“‘शैक्षिणक अनुसंधान शुरू करने के पूर्व उसके शीर्षक के चयन के साथ-साथ उससे संबंधित विषय सामग्री विभिन्न स्रोतों से एकत्रिक करते हुये, भविष्य में उसकी उपयोगिता पर शोध करके ही निर्णय ले, अनुसंधानकत्र्ता’’ यह उद्धगार वैद्धिक संपदा अधिकार की संस्थापिका एक महिला उघमी के स्टार्टअप की मार्ग दर्शन करने वाली पूजा कुमार ने आई0टी0एस0 डेंटल काॅलेज के इंस्टीट्यशन इनोवेशनल (आईर्0आ0सी0) द्वारा शैक्षिक अनुसंधान विषय पर आधारित वेबिनार में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा। डाॅ पूजा ने शोध के उपरान्त विषय सामग्री को पेटेंट करने का तरीका, विषय सामग्री का पंजीकरण तथा ट्रेडमाक्र्र कराने के तरीको पर विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर डाॅ0 अंशूल सिंगला विभागाध्यक्षा आॅरथोडोनटिक्स ने बताया कि इस वेबिनार में संस्थान के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों सहित लगभग 150 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आंनद अरोरा कहा कि पढ़ाई के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों को निरंतर नई-नई जानकारियों को एकत्र करते हुए, शोध करते रहना चािहए, जिससे न सिर्फ उनके व्यक्तिगत जानकारी बढ़ती है, बल्कि इससे कई अन्य शिक्षकों और विद्यार्थियों का फायदा होता है।
आई0टी0एस0 द एजूकेशन ग्रप के उपाध्यक्ष सोहिल चड्ढ़ा ने बताया कि संस्थान में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को उच्चगुणव्तापूर्वक विषय सामग्री उपलब्ध कराने एवं छात्रों को शोध के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से इस वेविनार का अयोजन किया गया। चड्ढ़ा ने उम्मीद जताई कि इससे कई विद्यार्थियों को शोध करने मेें मदद मिलेगी।