ग्रेटर नोएडा। जापान की इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमी कंडक्टर और ऑटोमोबाइल क्षेत्र की बड़ी कंपनियां ग्रेटर नोएडा व इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में निवेश कर सकती हैं। जापान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा और इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का भ्रमण करने के बाद यह संकेत दिए।
दरअसल जापान के मिनिस्ट्री आफ इकोनामी ट्रेड एंड इंडस्ट्री (के साउथ एशिया के चीफ तोयोकाजू नागामुने के नेतृत्व में तीन सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचा। इस प्रतिनिधि मंडल में जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर डैकी हानामुरा और और जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी के प्रतिनिधि ईस्सी मत्सुनो भी शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने पहले ग्रेटर नोएडा और आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का भ्रमण किया। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को देखा। इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में प्लग एंड प्ले सिस्टम, वेस्ट मैनेजमेंट सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रतिनिधिमंडल यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर से बहुत प्रभावित हुआ और सराहना भी की। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह और आईआईटीजीएनएल के कंपनी सेक्रेट्री पतंजलि दीक्षित ने ग्रेटर नोएडा एवं इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप इंफ्रास्ट्रक्चर एवं यहाँ पर निवेश के लिए उपलब्ध लैंड बैंक के बारे में जानकारी दी। साथ ही प्रतिनिधिमंडल को उत्तर प्रदेश सरकार के सिंगल विंडो सिस्टम निवेश मित्र तथा द्वारा यहाँ पर औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न नीतिगत प्रोत्साहनों के बारे में भी जानकारी प्रदान किया । प्रतिनिधिमंडल द्वारा अवगत कराया गया कि कई जापानी कंपनियां उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर, बैटरी, सोलर मैन्युफैक्चरिंग इत्यादि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहती हैं तथा यहाँ से अन्य देशों में निर्यात करना चाहती हैं। एसीओ प्रेरणा सिंह ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया की उत्तर प्रदेश खासकर आईआईटीजीएनएल, ग्रेटर नोएडा, नोएडा एवं यमुना के क्षेत्रों में ऐसे विश्वस्तरीय निवेशकों हेतु निवेश के असीम अवसर उपलब्ध हैं तथा निवेश के प्रस्ताव प्राप्त होने पर उनको प्राधिकरण एवं सरकार की तरह से हर प्रकार की सुविधाएँ एवं प्रोत्साहन उपलब्ध कराये जाएंगे जिससे कम से कम समय निवेशक यहाँ पर मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर पायें। जापान के प्रतिनिधिमंडल ने वापस जाकर वहां की बड़ी कंपनियों को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र एवं उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया है।