दादरी- ग्रेटर नोएडा के बीच सफर होगा आसान,6 लेन की रेलवे ओवरब्रिज को मिली मंजूरी

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (14 सितंबर 2024): मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (Multimodal Transport Hub) को आपस में जोड़ने तथा दादरी व ग्रेटर नोएडा (Dadri – Greater Noida) के बीच सफर आसान बनाने के लिए पल्ला के पास रेलवे क्रॉसिंग (Railway crossing) पर निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) अब छह लेन का बनेगा। इससे पहले यह चार लेन का बनाया जा रहा था, लेकिन आईआईटीजीएनएल (IITGNL) की पहल पर दो लेन और बढ़ाने की स्वीकृति मिल गई है। इस दो लेन का खर्च आईआईटीजीएनएल वहन करेगा।

दरअसल, आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की तरफ से बोड़ाकी के पास मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है। यह बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ है। एमएमटीएच में तीन अहम परियोजनाएं, बोड़ाकी हाल्ट की जगह ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही अंतर्राज्यीय व लोकल बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी। पूरब की ओर जाने वाली 50 से अधिक ट्रेनें ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी, जिससेे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत हो जाएगी। उन्हें दिल्ली, नई दिल्ली व आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इसी तरह अंतर्राज्यीय व लोकल बस अड्डा बन जाने से उद्योग क्षेत्र में काम करने वालों के लिए अपने घर जाना आसान हो जाएगा। यहीं से लोकल बसें भी मिलेगी। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो कनेक्टीविटी भी होगी। इन परियोजनाओं की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अगले छह माह में यह सभी परियोजनाओं का निर्माण शूरू करने की तैयारी है। इस बीच पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे की तरफ से चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। आईआईटीजीएनएल ने इस ओवरब्रिज को छह लेन बनाने के लिए प्रयास किया।

आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से निरंतर प्रयास किए। अब इसका लाभ मिल गया है। इस ओवरब्रिज को छह लेन का बनाने को मंजूरी मिल गई है। इस पर कुल खर्च लगभग 194 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें से करीब 75 करोड़ रुपये ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डी एफ सी सी वहन कर रहा है। इस पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। अगले डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद है।

पुल बनने से होंगे कई फायदे

इस पुल के बन जाने से कई फायदे होंगे। एक तो पश्चिमी क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली आदि की तरफ से आने वाले लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा । इसके अलावा ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर रोड को भी एनएच-91 से जोड़ा जा रहा है, जिससे दादरी एवम ग्रेटर नोएडा फेस 2 के क्षेत्रों से एमएमटीएच के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। 105 मीटर रोड को एनएच-91 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी रोड बनाने का जल्द शुरू होने जा रहा है। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ग्रेटर नोएडा फेस टू इसी तरफ बसाने की योजना पर काम चल ही रहा है।

सीईओ का बयान

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के सीईओ और आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक एनजी रवि कुमार (NG Ravi Kumar)का कहना है कि पल्ला-बोड़ाकी के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से न सिर्फ एमएमटीएच को लाभ होगा, बल्कि ग्रेटर नोएडा-दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी। ग्रेटर नोएडा फेस टू भी इसी तरफ बसाया जाना है, उसके लिए भी यह पुल मील का पत्थर साबित होगा।।

 

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