इंडिया एक्सपो सेंटर में भारतीय फैशन ज्वेलरी और एसेसरीज़ शो के 18वें संस्करण का हुआ उद्घाटन

ग्रेटर नोएडा/दिल्ली एनसीआर – 24 जून, 2024– 24 से 26 जून 2024 तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित किए जा रहे इंडियन फैशन जूलरी और एक्सेसरीज शो (आईएफजेएएस) के 18वें संस्करण का आज एक रंगारंग समारोह में उद्घाटन किया गया, जिसमें ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद; डॉ. राकेश कुमार, डॉ. राकेश कुमार, मुख्य संरक्षक, महानिदेशक, ईपीसीएच और अध्यक्ष, इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड; सागर मेहता, उपाध्यक्ष II, ईपीसीएच; सोबिंदर सिंह कोहली, अध्यक्ष, स्वागत समिति, आईएफजेएएस 2024 और नवीन यादव, उपाध्यक्ष, स्वागत समिति, आईएफजेएएस 2024; पूर्व अध्यक्ष – ईपीसीएच रवि के पासी और राज के मल्होत्रा और प्रशासन समिति के सदस्य – ईपीसीएच, आर के वर्मा, कार्यकारी निदेशक, ईपीसीएच; प्रदर्शक, व्यापार सदस्य, प्रेस और मीडिया की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ I

ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा, मेले का प्राथमिक लक्ष्य खुद को और अपने ब्रांड को स्थापित करना है I उन्होंने प्रदर्शकों को न केवल अल्पकालीन बिजनेस पर ध्यान देने के लिए बल्कि आत्मविश्वास, ब्रांड लॉयलिटी, और नेटवर्किंग पर फोकस करने के लिए भी प्रोत्साहित किया I उन्होंने मेले में भागीदारी के जरिए सीखने, नवीनतम डिजाइनों को लेकर अपडेट होने, और प्रतिस्पर्धियों की रणनीति को समझने के अवसरों पर जोर डाला और यह भी बताया कि मेले के इस संस्करण में 40 से अधिक देशों के खरीदार शामिल होने के लिए तैयार हैं I

ईपीसीएच के महानिदेशक और इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड के अध्यक्ष की भूमिका में मुख्य सलाहकार डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि मेले में बड़ी संख्या में खरीदार आए हैं और अपने नियमित और नए आपूर्तिकर्ताओं के साथ ऑर्डर देने में अपनी रुचि व्यक्त की है। पहली बार आने वाले आगंतुक माहौल और केंद्रित प्रदर्शन और प्रस्तुतियों से प्रसन्न हैं। कई लोगों ने आईएफजेएएस में वर्षों से मिले निर्माताओं से सोर्सिंग के लिए अपनी प्राथमिकता के बारे में स्पष्ट रूप से बताया है।

आईएफजेएएस 2024 के स्वागत समिति के अध्यक्ष सोबिंदर सिंह कोहली ने इस शो का उद्देश्य पर जोर दिया जो कि व्यापारियों के समुदाय और वैश्विक बाजार के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने के साथ ही कलाकारों द्वारा प्रदर्शित देश की कलात्मक उत्कृष्टता और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना भी है I उन्होंने ईपीसीएच पर लगातार भरोसा जताने के लिए फैशन जूलरी और एक्सेसरीज निर्यातकों के प्रति आभार भी व्यक्त किया और सामूहिक रूप से आईएफजेएएस के माध्यम से इस सेक्टर की ताकत और गतिशीलता पर भी जोर दिया I

आईएफजेएएस 2024 के स्वागत समिति के उपाध्यक्ष नवीन यादव ने प्रदर्शकों और विदेशी खरीदारों की प्रतिबद्धता और योगदान की सराहना की, जिन्होंने भारत से सोर्सिंग में महत्वपूर्ण रुचि दिखाई है, जिससे इस मेले की अहमियत और बढ़ गई i

शो के दौरान आयोजित किए जा रहे फैशन शो आने वाले खरीदारों के लिए मुख्य आकर्षण में से एक हैं, जो रैंप पर मॉडलों द्वारा प्रदर्शित किए जा रहे फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज़ के विविध और बेहतरीन उत्पादों को देख रहे हैं, और ‘बाजार पहुंच और निर्यात वृद्धि की प्रासंगिकता को ध्यान में रखते हुए ‘निर्यात सफलता के लिए डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया तकनीकों का लाभ उठाना और ‘2025 के लिए आभूषण बाजार को प्रभावित करने वाले शीर्ष रुझान’ पर सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष द्वितीय सागर मेहता ने बताया कि वक्ताओं में उद्योग विशेषज्ञ और वरिष्ठ सलाहकार शामिल थे, जिन्होंने पेशेवर डिजिटल संचार, खरीदारों से जुड़ने, डिजाइन और उत्पाद विकास, विकास के लिए समकालीन विपणन प्रथाओं आदि पर जानकारी साझा की।

ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया, “इस तीन दिवसीय व्यापार मुलाकात को पूरे भारत से आए लगभग 175 प्रदर्शक खरीदारों को उत्पादों के विस्तृत रेंज की छानबीन करने का अनूठा अवसर प्रदान करता है जिससे वो अपना स्टाइल स्टेटमेंट तैयार कर सकें I आईएफजेएएस में मांग वाले उत्पादों में सोर्सिंग कॉम्पोनेंट भी शामिल हैं, क्योंकि विभिन्न बाजारों से आयात करने वाले कई खरीद समुदाय, खास कर भारत से अपने जूलरी उत्पादों के लिए सोर्सिंग कॉम्पोनेंट लेना पसंद करते हैं|”

हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने की एक नोडल एजेंसी है और यह देश के विभिन्न शिल्प क्लस्टर में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर और फैशन ज्वेलरी व एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाती है I ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया कि साल 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिका डॉलर) और 2023-24 में फैशन जूलरी व एक्सेसरीज का निर्यात 5,793 करोड़ रुपये (517 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ |

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