ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के रिसर्च डेवलपमेंट सेल ने सफल परमाणु विस्फोट पोखरण-2 की गहन अनुभूति के क्षण को मनाने के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया। मुख्य वक्ता उच्च शिक्षा नीति अनुसंधान के विशेषज्ञ और भारतीय विश्वविद्यालय संघ के संयुक्त निदेशक डॉ. अमरेंद्र पाणी, डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार,डॉ मोहित साहिनी,डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ अमरेंद्र पानी ने कहा कि अपने दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को उजागर करने के लिए इस दिन को मना रहे हैं। जो शोधकर्ताओं, इंजीनियरों, शिक्षकों, छात्रों, तकनीशियनों को सामाजिक समस्याओं को हल करने और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
विश्वविद्यालय के डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार ने कहा कि संकाय सदस्यों की सलाह के तहत स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी छात्र पेटेंट और शोध पत्रों के प्रकाशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शारदा विश्वविद्यालय को 575 प्रकाशित पेटेंट और 126 स्वीकृत पेटेंट प्रकाशित करने का श्रेय प्राप्त है। विश्वविद्यालय के व्यवसायीकरण पहलू पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। शारदा लॉन्चपैड फेडरेशन ने 85 से अधिक स्टार्टअप स्थापित करने में मदद की है। उनकी समस्याओं को समझने और उन्हें उचित प्रौद्योगिकी समाधान प्रदान करने के लिए समुदाय और उद्योग के बीच जुड़ाव पर जोर दिया।
इस दौरान प्रो वाइस चांसलर डॉ परमानंद, डॉ श्यामल कुमार बेनर्जी, डॉ अमित सहगल, डॉ मोहित साहनी, प्रोफेसर अविनाश कुमार, डॉ मधुकर देशमुख, डॉ अजीत कुमार, डॉ ललित चंद्रवंशी ने संकाय और छात्रों को उनकी सक्रिय भागीदारी रही।