ग्रेटर नोएडा स्थित जीएल बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट और जीएल बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2024 का आयोजन किया गया।
इस विशेष अवसर पर, ब्रेनसास टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक एवं प्रमुख संजय श्रोत्रिया ने ‘इनोवेशन के लिए टेक्नोलॉजी’ विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के पहले सत्र में एप्लाइड कंप्यूटिंग साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने जी एल बजाज सेण्टर फॉर रिसर्च एंड इन्क्यूबेशन के साथ मिल कर स्टार्टअप आइडिएशन प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया जहां विभिन्न क्षेत्रों के छात्रों ने अपने अपने आईडिया प्रस्तुत किए।
प्रतियोगिता की निर्णायक समिति में शामिल डॉo मोहन सिंह, डॉo संतोष कुमार श्रीवास्तव, अंशुमन सिंह, गौरव सिंह रावत, डॉo गंगा शर्मा ने बेस्ट 3 आईडियाज को सेलेक्ट किया जिसमें सीएस-डीएस के अभिषेक यादव को प्रथम, आईटी के जयंत शर्मा को द्वितीय और ईसीई के अलोक सिंह जादौन को तृतीया घोषित किया गया।
समिति द्वारा सर्टिफिकेट और उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस सत्र में जीएलबीआईटीएम के निदेशक डॉo मानस कुमार मिश्रा, डॉo नरेश ढुल, पुनीत, डॉo पी.एस. पाण्डेय, माली काका प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर अभिषेक अग्रवाल जैसे गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। डॉo मिश्रा ने इस अवसर पर कहा “विज्ञान और तकनीकी नवाचार हमारे समाज को आकार देने एवं हमारे दैनिक जीवन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज के युवाओं के मनों में इनोवेटिव विचारों को बढ़ावा देना हमारा मुख्य उद्देश्य है। इस कार्यक्रम ने विज्ञान और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने का एक अद्वितीय मंच प्रदान किया है।
स्टार्टअप आइडिएशन प्रतियोगिता ने छात्रों को अपने इनोवेटिव विचारों को साझा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया, जिससे उनकी उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा मिला है। संस्थान के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का यह समारोह न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है बल्कि भविष्य के नव प्रवर्तकों को प्रेरित करने का भी कार्य करता है। इस तरह के आयोजन समाज में विज्ञान और तकनीकी इनोवेशन के महत्व को रेखांकित करने के साथ- साथ युवाओं को नई दिशाओं में सोचने के लिए प्रेरित भी करते है। इस कार्यक्रम का संयोजन संस्थान की ओर से दीप्ति दोहरे जी ने किया l