शारदा विश्वविद्यालय के छात्रों ने ग्रामीणों को किया जागरूक

ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के बीएससी व एमएससी के छात्र छात्राओं ने दनकौर के गांव खेरली हाफिज़पुर में जाकर ग्रामीणों से संवाद और विभिन्न विषयों पर कुछ सर्वे भी किया। कम्युनिटी कनेक्ट नामक इस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों ने ग्रामीणों से कई विषयों जैसे स्वास्थ्य, पर्यावरण, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, टीकाकरण, टेक्नोलॉजी के प्रभाव, महिलाओं की समस्याओं से सम्बन्धित सवाल व कुछ सुझाव व अनुभव साझा किए ।

बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा छाया ने बताया कि नॉन बायोडिग्रेडेबल कचरा पर्यावरण संरक्षण में बड़ी बाधा है। जिसके विकल्पों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है, उदाहरण के लिये महिलाओं द्वारा प्रयोग किये जाने वाले सेनेटरी पैड्स में सिंथेटिक फाइबर्स का इस्तेमाल होता है जिससे उनका क्षरण आसानी से नहीं हो पाता । गांव की महिलाओं से संवाद में छाया ने उन्हें प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से बायोडिग्रेडेबल पैड्स खरीदने की सलाह दी जो कि एक रुपये में एक मिल जाता है । इस प्रकार यह आर्थिक और पर्यावरण दोनों की दृष्टि से उपयुक्त है । विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मृदुला के नेतृत्व में गई विद्यार्थियों की विभिन्न टीमों के लिये यह अनुभव बहुत ही कारगर रहा ।

विभागाध्यक्ष डॉ अनुपम अग्रवाल ने बताया कि कुछ छात्र छात्राओं ने डॉ शशांक शर्मा, डॉ ऋचा तोमर व उनके स्वयं के मार्गदर्शन में दिल्ली एनसीआर में पढ़ रहे विभिन्न अफ्रीकन छात्रों के बीच भी कुछ सर्वे आधारित प्रोजेक्ट्स किए।भारत में उनके शैक्षणिक, व सामाजिक अनुभव को प्रदर्शित करते हैं । विभाग के डीन प्रोफेसर श्यामल कुमार बनर्जी ने सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों को इस सफल आयोजन के लिये धन्यवाद दिया । इस अवसर पर डॉ नूपुर श्रीवास्तव, डॉ गौरव भाखरी, डॉ शयन्ति मंडल, डॉ शिवानी प्रिया आदि उपस्थित रहे।

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