दिल्ली/एनसीआर – 26 जनवरी’2024 – आज फ्रैंकफर्ट में शुरू हुआ एम्बिएंट, 2024 आने वाले 30 जनवरी 2024 को समाप्त होगा। इस एम्बिएंट फेयर, 2024 में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन फ्रैंकफर्ट, जर्मनी में भारत के महावाणिज्य दूतावास के काउंसल जनरल बी.एस. मुबारक द्वारा किया गया। इस अवसर पर हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के चेयरमैन दिलीप बैद; ईपीसीएच के हालिया पूर्व अध्यक्ष राज कुमार मल्होत्रा; ईपीसीएच के प्रशासनिक समिति के सदस्य प्रिंस मलिक और राजेश के. जैन; राजेश रावत, अतिरिक्त. कार्यकारी निदेशक – ईपीसीएच और महाप्रबंधक विंस्टन परेरा की गरिमामयी उपस्थिति भी रही। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने सूचित किया कि 26 जनवरी 2024 को मेसी फ्रैंकफर्ट में बड़ी संख्या में सदस्य निर्यातकों और आगंतुकों भी मौजूद रहे।
फ्रैंकफर्ट, जर्मनी में भारत के महावाणिज्य दूतावास के काउंसल जनरल बी.एस. मुबारक ने अन्य अधिकारियों के साथ ईपीसीएच मंडप का दौरा किया और प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। इस दौरान वे एम्बिएंट’24 में भारतीय हस्तशिल्प उत्पादों की विशाल विविधता के प्रदर्शन से बेहद प्रसन्न दिखे।
ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा कि एंबिएंट जर्मनी में आयोजित सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मेलों में से एक है। यहां बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय खरीदार अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आते हैं और मेले में भारतीय निर्यातकों की भागीदारी से विदेशी बाजारों में देश के निर्यात बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि एम्बिएंट 2024 में प्रतिभागी लिविंग, डाइनिंग, गिविंग सेक्शन में उत्तम उपहार, सजावटी सामान, क्रिसमस सजावट, फैशन आभूषण, लकड़ी के हस्तशिल्प आइटम, कपड़ा साज-सज्जा, चमड़े के उत्पाद, लैंप और प्रकाश व्यवस्था, चीनी मिट्टी की चीज़ें, धूप, बैग और बाथरूम एसेसरीज उत्पादों को तीन खंडों में प्रदर्शित कर रहे हैं। बैद ने अपनी बात को विस्तार देते हुए कहा कि जर्मनी में भारतीय मिशन द्वारा दिया गया सहयोग सराहनीय है, क्योंकि यह हर साल हमारी भागीदारी को काफी सुविधाजनक बनाता है।
राज कुमार मल्होत्रा, तत्काल पूर्व अध्यक्ष-ईपीसीएच ने कहा कि एम्बिएंट’24 में भारत की भागीदारी मेले की जीवंतता और विविधता को बढ़ाएगी और वैश्विक निर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं और ब्रांडों को भारतीय गृह सज्जा, उपहार और उपभोक्ता उत्पाद उद्योग में मजबूत उद्यमिता से परिचित कराएगी और भारत से सोर्सिंग के अवसर खुलेंगे।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के वर्मा ने बताया कि वर्ष 2024 में एम्बिएंट 2024 में भाग लेने वाले सबसे बड़े देशों में से भारत एक होगा। तीन मेले एक साथ आयोजित किए जा रहे हैं यानी एम्बिएंट, क्रिसमस वर्ल्ड और क्रिएटिव वर्ल्ड। उन्होंने कहा कि मैसी फ्रैंकफर्ट के इन अंतरराष्ट्रीय मेलों में भारत की लगभग 600 कंपनियां प्रतिभाग करेंगी। उन्होंने आगे बताया कि मेले में 61 निर्यातकों के साथ परिषद की भागीदारी दुनिया भर से आगंतुकों को आकर्षित कर रही है।
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान जर्मनी में हस्तशिल्प निर्यात 1428.06 करोड़ रुपये (177.37 मिलियन डॉलर) रहा।