गंगेश्वर दत्त शर्मा के हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर 17 जनवरी को डीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन की तैयारी

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (16 जनवरी 2024): सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा के ऊपर हुए जान लेवा हमले के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई एवं मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने की मांग को लेकर ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर 17 जनवरी को जिलाधिकारी कार्यालय सूरजपुर ग्रेटर नोएडा पर होने वाले प्रदर्शन की तैयारी के लिए सीटू ने जनसंपर्क अभियान तेज किया‌।

दादरी में श्रमिकों की सभा को संबोधित करते हुए सीटू जिला महासचिव रामसागर व उपाध्यक्ष मुकेश कुमार राघव ने बताया कि मैसर्स- मानिताऊ इक्यूपमेंट इण्डिया प्रा०लि०, प्लाट नं०-22 उधोग विहार, ग्रेटर नोएडा में वर्षों-वर्षो लगातार स्थाई रूप से कार्यरत 31 श्रमिकों को प्रबंधन ने 03 जनवरी 24 को कार्य से रोक दिया था। जिसके विरोध में प्रबंधन को सूचना देकर 04 जनवरी को संस्थान के मुख्य द्वार पर धरना शुरू किया गया। धरने का नेतृत्व सीटू जिला कमेटी के अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, महासचिव रामसागर, सचिव राम स्वारथ व अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा कर रहे थे।

धरने को संबोधित कर डॉक्टर रुपेश वर्मा धरना स्थल से जैसे ही गए वैसे ही धरना स्थल के समक्ष खड़े उपरोक्त संस्थान के सहायक प्रबंधक व उनके ठेकेदारों ने कामरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसकी जानकारी संस्थान के साथ ही अनमोल व एच-वन के मजदूर साथियों व डॉ रुपेश वर्मा को मिली और उनके आते ही उपस्थित पुलिस कर्मियों ने कामरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। जिसका विरोध करने पर उनको छोडा। उसके बाद थाना अध्यक्ष आए, तो उन्होंने चोटिल लोगों की प्राथमिक ली और ठेकेदारों को गिरफ्तार किया परंतु ठेकेदारों के खिलाफ जो धाराएं लगानी चाहिए थी। वह न लगाकर 151, 323 में चालान कर थाने से ही जमानत दे दी और उक्त घटना के दोषी व सूत्रधारों को गिरफ्तार नहीं किया और ना ही उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई की।

इसीलिए नोएडा, गौतम बुद्ध नगर के सभी मजदूर संगठन व श्रमिक प्रतिनिधियों ने 06 जनवरी को पुलिस आयुक्त कार्यालय सुरजपुर पर धरना प्रदर्शन कर पुलिस आयुक्त के द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। धरना प्रदर्शन का समर्थन अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, किसान सभा, सीपीआईएम, समाजवादी पार्टी और कई किसान संगठनों ने भी किया। उक्त प्रदर्शन के दौरान पुलिस के अधिकारियों ने आश्वासन दिया गया कि दोषियों पर दर्ज मुकदमे में धाराएं बढ़कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मौके पर मौजूद पुलिस कमरियों पर भी जांच कर उन्हें दंडित किया जाएगा। लेकिन दिए गए आश्वासन के आधार पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य कमेटी की पहल पर 11 जनवरी को पूरे एनसीआर क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किए गए। और 17 जनवरी 2024 को एनसीआर के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया।।

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