गलगोटियास विश्वविद्यालय में दो दिवसीय “दीप-महोत्सव” कार्यक्रम का हुआ आयोजन

गलगोटियास विश्वविद्यालय में दो दिवसीय “दीप-महोत्सव” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस शुभ अवसर पर पहले दिन के कार्यक्रम में विश्वविद्यालय ने गौत्तम बुद्ध नगर के दनकौर के “वृद्धाश्रम” से सभी 105 वृद्धजनों को सादर आमंत्रित किया। जब सभी वृद्धजन और वृद्धमाताएँ गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रांगण में पहुँचे तो वहाँ पर उनका स्वागत विश्वविद्यालय की छात्राओं (बेटियों) ने उनको तिलक लगाकर और पुष्प-वर्षा करके किया। उन्होंने भी बेटियों को अपना आत्मिक आशीर्वाद प्रदान किया। यह पल अपने आप में बहुत ही भावुक करने वाले थे।

कार्यक्रम की शुरूआत विधि संकाय की अध्यक्षा डा० नमिता सिंह मलिक ने सभी का स्वागत और आभार व्यक्त करते हुए की।
विद्यार्थियों ने उन सभी के सम्मान में एक भव्य साँस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें निकिता, जागृति, अनुष्का, दीक्षा, श्रुति, रिया, रागिनी, कनिका, कुलदीप, हर्षिता, निगम, पवन,तमन्ना, प्रिया, मनीषा,नीटू, हर्षिल, सान्या, अंशिका, अँजलि, इम्तियाज़ ने शानदार गीतों की प्रस्तुति देकर अपनी प्रतिभा के ज़ोरदार प्रदर्शन से सभी के मन को जीत लिया।

मर्मस्पर्शी पल तब देखने को मिले जब विश्वविद्यालय की ओर से सभी आगन्तुकों को कम्बल प्रदान किये गये। उसके साथ ही उनके 18 कमरों के लिये 18 इलैक्ट्रिक कैटलस और एक बडा इनडैक्शन चूल्हा भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिये शिवानी चौहान और भूपेन्द्र सिंह को डा० नमिता सिंह मलिक और प्रोफ़ेसर नरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा सम्मानित किया गया।

विश्वविद्यालय के चॉसलर सुनील गलगोटिया जी ने वृद्धाश्रम की देखरेख करने के लिये विश्वविद्यालय द्वारा वृद्धाश्रम को गोद लेने की बात कही। जिसकी घोषणा डा० नमिता सिंह मलिक ने मंच से की। कार्यक्रम के समापन की घोषणा करते हुए प्रोफ़ेसर नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि यह सिर्फ़ कोई सामान्य उत्सव नहीं था बल्कि यह अपने समुदाय के सदस्यों की भलाई और ख़ुशी के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का प्रदर्शन भी था। यह एक ह्रदयस्पर्शी अनुभव था जिसे लम्बे समय तक याद किया जायेगा।

दूसरे दिन का दीप महोत्सव कार्यक्रम स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन की डीन डा० अनुराधा पारासर के संयोजन में किया गया। पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन समारोह ने उत्सव की शुरुआत को चिह्नित किया, जो एकता की शक्ति का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में कुलाधिपति सुनील गलगोटिया और कुलपति के. मल्लिकार्जुन बाबू , सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया, डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया, चॉसलर सलाहकार एवम् पूर्व वाइस चांसलर डा० रेनु लूथरा, उप-कुलपति डा० अवधेश कुमार की गरिमामयी उपस्थिति रही।

शाम का मुख्य आकर्षण प्रतिभाशाली संकाय सदस्यों द्वारा मनमोहक प्रदर्शन की श्रृंखला थी। स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन, स्कूल ऑफ नर्सिंग, स्कूल ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म और स्कूल ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन एंड टेक्नोलॉजी के नृत्य प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

गलगोटिया समुदाय के भीतर जीवंत विविधता को प्रदर्शित करने वाले “एथनिक वॉक” के साथ सांस्कृतिक उत्सव जारी रहा। उत्साही प्रतिभागियों ने रेड कार्पेट पर चलकर ग्लैमर का तड़का लगाया और विश्वविद्यालय की समृद्ध और जीवंत संस्कृति का प्रदर्शन किया।

गलगोटियास विश्वविद्यालय में दिवाली समारोह ने सफलतापूर्वक पूरे समुदाय को एकता, खुशी और सांस्कृतिक प्रशंसा की भावना से एकजुट किया। इस कार्यक्रम ने न केवल विश्वविद्यालय के भीतर विविध प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया, बल्कि एक परिवार के रूप में एक साथ आने के महत्व पर भी जोर दिया- जिससे यह एक संजोने योग्य कार्यक्रम बन गया।

कुलाधिपति महोदय ने इस शुभ अवसर पर सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी को दीपावली के पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ दी।

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