शारदा यूनिवर्सिटी में 7वें दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन, 3099 स्टूडेंट्स को दी गई डिग्रियां

ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी अपना 7वां दीक्षांत समारोह का आयोजन रविवार को किया गया । समारोह में कुल 3099 स्टूडेंट्स को डिग्रियां दी जाएंगी। इसमें अंडर ग्रेजुएट 2264 डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट 798 डिग्री और पीएचडी की 37 डिग्री प्रदान की जाएंगी। वहीं 6 स्टूडेंट्स को चांसलर स्वर्ण पदक, 31 वाइस चांसलर स्वर्ण पदक पोस्ट ग्रेजुएट, 49 वाइस चांसलर स्वर्ण पदक अंडर ग्रेजुएट, 2 स्टूडेंट को डॉ एके गडपायले पदक, 24 मेरिट सर्टिफिकेट पीजी, 81 मेरिट अंडर ग्रेजुएट सर्टिफिकेट दिए गए। समारोह में मुख्य अतिथि यूपी सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा और विशिष्ट अतिथि प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला,एआईसीटीई के पूर्व वाइस चेयरमैन डॉ एमपी पुनिया,प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ श्रीनिवासन, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉ राजीव रघुवंशी, इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज के सेंटर फॉर पॉलिसी एंड गवर्नेंस हेड रुमकी बासु, नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट के वाइस चांसलर डॉ योगेश प्रताप सिंह अपने संबोधन से छात्रों का उत्साहवर्धन किया।

दीक्षांत समारोह में यूपी सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि जैसे तकनीकी क्षेत्रों में बदलाव हो रहे हैं, वैसे ही बदलाव शिक्षा क्षेत्र में भी देखे जा रहे हैं और आपको बस अपडेट रहने की जरूरत है। नए विचारों को अपनाएं, नई सीख के लिए तैयार रहें। हमेशा नए क्षेत्रों में रुचि लें जिससे आपका ज्ञान बढ़ेगा। इसके अलावा छात्रों को अपने कोर्स के साथ-साथ अन्य कोर्स के बारे में भी कुछ जानकारी होनी चाहिए। शिक्षा का मकसद डिग्री हासिल करना नही है बल्कि व्यक्ति का समग्र विकास होना चाहिए । जिन स्टूडेंट्स को डिग्री मिली है वो देश को विश्वगुरु बनाने के लिए कार्य करें। भविष्य में उच्च शिक्षा और नई तकनीक पर की जानकारी देश हित के लिए प्रयोग करें। शारदा ग्रुप शिक्षा को मिशन के रूप में कार्य कर रही है।

समारोह में सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि जिंदगी में टीचर ही जो आपको अपने से बेहतर देखना चाहते है। डिग्री लेने के बाद आप अपने देश, समाज को दे सकते है उस पर ध्यान देना चाहिए। कुछ लोग पद चिन्ह बनाते है और कुछ पद चिन्हों पर चलते है, पद चिन्ह बनाने वालों की लोग तारीफ करते है। विषम परिस्थितियों में अवसर ढूंढने चाहिए। जीवन में आपका लक्ष्य अलग करना , नया करना अगर अलग करते है तो दुनिया आपके कदम चुमेगी। शारदा विश्वविद्यालय डिग्री देने वाली संस्था नही लेकिन ज्ञान और शिक्षा देने वाला संस्थान है।

छात्रों को संबोधित करते हुए शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने कहा कि आज के समय में हर क्षेत्र में नवाचार एक अहम हिस्सा है, और यहीं कारण है की देश की नींव नवाचार पर निर्भर करती है। नवाचार के कारण तकनीकी विकास होता है जिसके कारण शहर भी परिवर्तन की ओर बढ़ते है। उन्होने कहा कि विज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है जो देश को आने वाले समय में लीडर बना सकता है। छात्रों को सलाह देते हुए पीके गुप्ता ने कहा कि सफलता तभी प्राप्त होती है जब आप समस्याओं को समझ उनका हल भी निकाल सकते हो। हर काम को जोश एवं सच्चाई के साथ करे और अपने देश की सम्मान करे।

इस दौरान यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर वाईके गुप्ता, वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा, प्रो वाइस चांसलर परमानंद, डीन एकेडमिक डॉ जयंती रंजन, रजिस्ट्रार विवेक कुमार गुप्ता, डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार, शारदा हॉस्पिटल के एमएस एके गडपायले समेत विभिन्न विभागों एचओडी और डीन मौजूद रहे।

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