ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर द्वारा एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेदिक समिट

टेन न्यूज़ नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (03 अक्टूबर, 2023): ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर के द्वारा ‘ग्लोबल आयुर्वेदिक समिट 2023’ का आयोजन किया जा रहा है। यह एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय समिट होगी, जिसके अंतर्गत कई देश प्रतिभाग करेंगे। उक्त कार्यक्रम का थीम विश्व आयुर्वेदिक महाकुंभ एक सूर्य, एक पृथ्वी, एक परिवार है।

इस विषय पर ईशान आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष डॉ डी.के.गर्ग ने टेन न्यूज से बातचीत में कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री ने जो थीम ‘वन सन, वन अर्थ, वन फैमिली’ रखी है, इसको देखा जाए तो हम यह कह सकते हैं कि आयुर्वेद ने विश्व को तीन चीज दी है, वात पित्त और कफ का ज्ञान। आयुर्वेद ने कुछ ऐसी दवाइयां भी विश्व को दी जो कुछ सूर्य के उजाले में बनती हैं, कुछ चंद्रमा के उजाले में बनती हैं, कुछ छाया में बनती है, कुछ गंगाजल में बनती हैं, कुछ कुएं के जल में बनाई जाती हैं, यह अनूठा ज्ञान आयुर्वेद में ही है। तो हमने सोचा कि क्यों ना इस अनोखे ज्ञान को पूरे विश्व के साथ साझा किया जाए। गोवा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश आदि सभी राज्यों की मेडिसिनल प्रॉपर्टीज अलग होती है। लेकिन यदि वसुधैव कुटुंबकम् की नीति के अनुसार हम इसे इंटीग्रेटेड करते हैं तो हम सबको अच्छा स्वास्थ्य दे सकते हैं।

हमारे देश में जीवन सीमा 100 वर्ष है, वहीं कुछ ऐसे देश हैं जहां जीवन सीमा महज 50 वर्ष रह गई है। हमारे द्वारा कई आयुर्वेदिक रिसर्च की गई है, हम अस्थमा पर कई वर्षों से दवाइयां दे रहे हैं। डायबिटीज के हमारे यहां पौधे हैं, जिसके पत्ते खाने से ही 400 से शुगर लेवल 100 पर आ जाता है। इन्हीं सारी बातों को साझा करने के लिए हमने सभी देशों के राजदूतों को आमंत्रित किया है। लगभग 20 देश से राजदूत यहां पर आएंगे और सबमिट का हिस्सा बनेंगे।

विशेषज्ञ वक्ताओं के बारे में बताते हुए कहते हैं कि हमारे एक वक्ता हैदराबाद से आ रहे हैं, जिन्होंने आयुर्वेद में सर्जरी की खोज की है। जिस सर्जरी में आज व्यक्ति 5 लाख खर्च करता है, वह आयुर्वेद में 20 हजार रुपए खर्च करेंगे। और भी अलग-अलग विषय की विशेषज्ञ वक्ता आएंगे, अलग-अलग बीमारियों पर यहां गहन चर्चा होगी। उसके बाद आपस में एक एमओयू बनाने का प्रयास भी किया जाएगा। अलग-अलग जगह हमारे छात्र जाकर ट्रेनिंग ले और वहां के छात्र यहां आए ताकि ग्रेटर नोएडा में आयुर्वेदिक हब के रूप में ईशान कॉलेज पहचाना जाए। विशेष चर्चा में प्रतिभागिता की संख्या को लिमिटेड रखने का प्रयास किया गया है। यह एक ग्लोबल समिट है इसीलिए हर देश से एक राजदूत भाग लेगा।।

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