गौतमबुद्ध नगर में गरमाई सियासत, भाजपा नेता का बागी तेवर बिगाड़ सकता है खेल!

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (28/04/2023): गौतमबुद्ध नगर में नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। गौतमबुद्ध नगर की एकमात्र नगर पालिका दादरी नगर पालिका सीट पर बीजेपी ने दो बार की नगर पालिका अध्यक्ष रही गीता पंडित पर फिर एकबार यानि तीसरी बार भरोसा जताया है। लेकिन भाजपा की और प्रत्याशी गीता पंडित की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दादरी नगर पालिका सीट से गीता पंडित के नाम के ऐलान के बाद से ही वैश्य समाज एवं व्यापारी समाज के लोग व्यापक विरोध जता रहे हैं।

भाजपा के लिए आसान नहीं है परंपरागत वोट हासिल करना

बता दें कि दादरी नगर पालिका सीट से अध्यक्ष पद के लिए तीसरी बार भाजपा प्रत्याशी बनी गीता पंडित के लिए इस चुनाव में पार्टी के परंपरागत मतदाता वैश्य और ब्राह्मण वोटों को हासिल करना मुश्किल हो सकता है। पार्टी के एक सबसे पुराने और कद्दावर नेता जगभूषण गर्ग के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने और उनको मिल रहे भारी समर्थन ने पार्टी नेतृत्व की पेशानी पर बढ़ा दी है। दो बार से निरंतर दादरी नगर पालिका परिषद का चुनाव जीतने वाली गीता पंडित को पिछले चुनाव में मामूली अंतर (16 सौ वोट) से जीत मिली थी।उस चुनाव में उनके पति की हत्या से उपजी सहानुभूति की भी भूमिका थी। बीते पांच वर्षों में बहुत कुछ बदल चुका है। सहानुभूति का अब कोई अर्थ नहीं है। पालिका में भ्रष्टाचार व्याप्त है। पालिका की आय को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्हें ही इस बार भी प्रत्याशी बनाने को लेकर कई वर्गों में गहरा आक्रोश है।

भाजपा के कद्दावर नेता का बागी तेवर बिगाड़ सकता है खेल!

भाजपा के सबसे पुराने और कद्दावर नेता जगभूषण गर्ग टिकट न मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोंक दी है। उनके नामांकन में जुटी भीड़ ने भाजपा के प्रभाव को ठेंगा दिखा दिया है। जगभूषण गर्ग स्थानीय भाजपा सांसद और विधायक पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगा रहे हैं। यह पूछने पर कि भ्रष्टाचार के आरोप होने के बावजूद गीता पंडित को प्रत्याशी बनाए जाने का क्या कारण हो सकता है? जगभूषण गर्ग कहते हैं कि गीता पंडित, स्थानीय विधायक और सांसद का एक समूह है। उन्होंने सभी सर्वसमाज के साथ भाजपा संगठन के पूरे समर्थन का दावा किया है। वैश्य और ब्राह्मण समाज के प्रमुख लोग भी उनके दावे का समर्थन करते दिखाई देते हैं। इससे भाजपा नेताओं के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। हालांकि उनपर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को मदद पहुंचाने के आरोप भी लग रहे हैं।

अब देखना यह है की इसबार दादरी नगर पालिका अध्यक्ष पद के जीत का सेहरा किसके सिर होगा। बता दें कि आगामी 11 मई को मतदान और 13 मई को मतगणना होगी।।

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