टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (22 अप्रैल 2023): प्रदेश का विंडो सिटी कहा जाने वाला शहर नोएडा जो वैश्विक पटल पर एक अपनी अलग पहचान रखता है। जिले में शासन- प्रशासन दुरुस्त होने का दावा किया जाता है। लेकिन इसके उलट जिले में अवैध ड्राइविंग स्कूल की भरमार है। इस अवैध गाड़ी ड्राइविंग स्कूल का खामियाजा वैध स्कूल संचालकों को भुगतना पड़ता है। बता दें कि बार बार जिले में संचालित अवैध ड्राइविंग स्कूलों के खिलाफ विभाग नोटिस जारी करती है और कार्रवाई भी करती है। बाबजूद इसके जिले में कई अवैध ड्राइविंग स्कूल चलाए जा रहे हैं।
ड्राइविंग स्कूल के संचालकों की मानें तो जिले में अवैध ड्राइविंग स्कूल चलाने का मूल कारण सोशल मीडिया पर इनका विज्ञापन किया जाना है। और लोग इसके झांसे में आकर बिना जांच पड़ताल किए कम पैसे के कारण प्रशिक्षण के लिए नामांकन करवा लेते हैं। ये सभी अवैध संस्थान केवल पैसे कमाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे हैं और यहां से प्रशिक्षित लोगों को ना तो ट्रैफिक के नियमों की पूरी जानकारी होती है और ना ही वो दुर्घटना के समय में सावधानी बरत पाते हैं।
ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल के संचालकों ने क्या कहा
टेन न्यूज नेटवर्क से बातचीत में लखमेंद्र मोटर ट्रेनिंग स्कूल बीटा-1, ग्रेटर नोएडा के संचालक लखमेंद्र सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले में केवल 12 मान्यता प्राप्त ड्राइविंग स्कूल है। जिन्हें यूपी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। जब कोई व्यक्ति ड्राइविंग के लिए आनलाइन सर्च करता है तो उसको “जस्टडॉयल” कंपनी पर अवैध ड्राइविंग स्कूलों की सूची मिलती है और कंपनी उससे अवैध संस्थानों में ड्राइविंग सीखने की सिफारिश करती है।
यह कंपनी विज्ञापन के पैसे वसूलती है और जनपद में लगभग एक सौ अवैध संस्थानों का विज्ञापन करती है। कुल मिलाकर देखें तो यह वेबसाइट प्रति संस्थान से 45000 रुपए विज्ञापन चार्ज के तौर पर वसूलता है,जिस हिसाब से जनपद में 04 करोड़ 50 लाख की वसूली करता है। हमने जस्टडॉयल कंपनी पर अवैध ड्राइविंग स्कूलों के ऐड चलाने के खिलाफ परिवहन विभाग से नोटिस जारी करवाया। लेकिन जस्टडॉयल कंपनी पर परिवहन विभाग के नोटिस का भी कोई असर नहीं हुआ। जिसके बाद गौतमबुद्ध नगर के एआरटीओ प्रवर्तन सियाराम वर्मा ने जस्टडॉयल कंपनी को अवैध ड्राइविंग स्कूलों के विज्ञापन हटाने की चेतावनी भी दी।
लखमेंद्र सिंह आगे बताया कि हमने इस मामले में कोर्ट में केस भी दर्ज कराया है। 10 अप्रैल को कोर्ट में सुनवाई हुई। इसपर अंतिम फैसला आना बाकी है, सोमवार को फैसला आ सकता है।
इस बाबत टेन न्यूज की टीम ने गौतमबुद्ध नगर के एआरटीओ प्रवर्तन सियाराम वर्मा से टेलीफोनिक बातचीत की है। उन्होंने बताया कि ” जिले में अवैध ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल संचालित होने की शिकायत मिलने के बाद परिवहन विभाग ने जिले में चलाए जा रहे अवैध ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल पर जांच-पड़ताल की है और जिले में कई ड्राइविंग स्कूल ऐसे मिले जो मान्यता प्राप्त थे। जिसमें पांच अवैध ड्राइविंग स्कूल के वाहनों को सीज किया गया है।” अवैध ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों के संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि “जिले में अवैध ड्राइविंग स्कूल के संचालको के खिलाफ नोटिस के साथ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। अगर उन्होंने जल्द ही अवैध ड्राइविंग स्कूल का धंधा बंद नहीं किया तो परिवहन विभाग पुलिस के साथ उनके वाहनों को सीज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।”
जनपद में मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों के नाम
योगेंद्रा मोटर ट्रेनिंग स्कूल, सेक्टर-12, नोएडा
ओम साई मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, सेक्टर-69, नोएडा
लखमेंद्र मोटर ट्रेनिंग स्कूल बीटा-1, ग्रेटर नोएडा
अनु मोटर ट्रेनिंग स्कूल सेक्टर-66, नोएडा
माही मोटर ट्रेनिंग स्कूल, दादरी
रोहन मोटर ट्रेनिंग स्कूल, उद्योग विहार, ग्रेटर नोएडा
गुरुदेव मोटर ट्रेनिंग स्कूल सेक्टर-2, ग्रेटर नोएडा
फेयरडील ड्राइविंग स्कूल सेक्टर-8, नोएडा
ऋषि ट्रेनिंग स्कूल, कासना, ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नेशनल ट्रेनिंग स्कूल, गौर सिटी, ग्रेटर नोएडा
शिव शक्ति मोटर ट्रेनिंग स्कूल सेक्टर-1, ग्रेटर नोएडा
टीसी मोटर ट्रेनिंग स्कूल, टेक जोन-4, ग्रेटर नोएडा