मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए यमुना प्राधिकरण ने की भूमि आवंटित

आज 05 अप्रैल, बुधवार को यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर 28 में मेडिकल डिवाइस पार्क के निर्माण के लिए यमुना प्राधिकरण द्वारा भूमि आवंटित की गई। इस बाबत मीडिया से बात करते हुए यमुना प्राधिकरण के OSD शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि “सेक्टर 28 में मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए भूमि आवंटित की गई। हमारे पास 1000 वर्गमीटर के कुल 59 प्लॉट थे और 2100 वर्ग मीटर के कुल 40 प्लॉट थे।

उन्होंने बताया कि 1000 वर्गमीटर के 59 प्लॉटों के लिए केवल दस आवदनकर्ता ही योग्य पाए गए थे। और 2100 वार्गमीटर के 40 प्लॉटों के लिए महज 12 लोग योग्य पाए गए थे। उन्हीं के बीच आज ड्रॉ था, जिसको वेब कास्टिंग और प्रॉपर ट्रांसपेरेंसी के साथ संपन्न कराया गया। इसमें 1000 वर्गमीटर वाले जो लोग थे उन्होंने 2100 वर्गमीटर वाले प्लॉट की पर्ची निकाली। इसी तरह से 2100 वर्गमीटर वालों ने 1000 वर्गमीटर वालों की पर्ची निकाली। भाग लेने वाले सभी लोग संतुष्ट थे और पूरी वेबकास्टिंग के साथ प्रक्रिया संपन्न हुई।”

ड्रॉ में भाग लेने वाले उद्यमियों ने क्या कहा

यमुना प्राधिकरण द्वारा मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए आयोजित ड्रॉ में भाग लेने वाले एबियंस बायो मेडिकल से धर्मदेव चौधरी ने कहा कि “आज जो यह ड्रॉ हुआ है वह बड़ी पारदर्शिता के साथ हुआ है। सभी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए यह ड्रॉ निकाला गया। हम सभी इंडस्ट्रलिस्ट काफी खुश हैं और हम चाहते हैं कि आगे भी ऐसे ही प्रक्रिया जारी रहे ताकि और भी इंडस्ट्रेलिस्ट को यह लाभ मिले जिससे की इस सेक्टर में देश का जो उत्थान होना चाहिए होता रहे। अभी मेडिकल इक्विपमेंट्स में 50 फीसदी निर्भरता हमारी चाइना और दूसरे देशों पर है, सरकार कि तरफ से बहुत बढ़िया योजनाएं लायी गयी है जिससे डोमेस्टिक इंडस्ट्रलिस्ट को भारत में अपने प्रोडक्ट बनाने में प्रेरणा मिलेगी।

PLI योजना को लेकर धर्मदेव चौधरी ने कहा कि “मेरा मानना है कि सरकार इंसेंटिव को थोड़ा और बढ़ाए जिससे की छोटे उद्यमियों को भी सहूलियत मिले।”

जेनियर्स बायोटिक्स से अविनाश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “इस लकी ड्रा से हमलोगों को काफी सपोर्ट मिलेगा और सरकार से मैं उम्मीद करता हूं कि हम लोगो को कैपिटल इन्वेस्टमेंट में कुछ सब्सिडी मिले और खास करके जो इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की जो कॉस्ट है उसके लिए सपोर्ट मिलना चाहिए ताकि आज के समय में जो भारत की दूसरे देशों पर निर्भरता है उसको और थोड़ा सा कम कर सके। ड्रॉ को लेकर उन्होंने कहा कि बहुत पारदर्शिता के साथ यह हुआ, इसकी लाइव टेलीकास्टिंग भी की जा रही थी। काफी अच्छे तरीके से सब संपन्न हुआ।

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