किसानों के कल्याण और उन्हें रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के सीमित उपयोग के साथ खेती के तरीकों के बारे में अद्यतन करने के लिए कल, 28 मार्च, 2023 को गलगोटियास विश्वविद्यालय में निर्यात के लिए बासमती चावल की उत्पादन तकनीक पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित की जाएगी, जिससे कृषि में मदद मिलेगी।
बासमती का निर्यात और उनकी आय में वृद्धि। इस आयोजन में करीब 300 किसान हिस्सा लेने वाले हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर, गलगोटिया यूनिवर्सिटी और भारत सरकार की संस्था “बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन” द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। डॉ. एएन मिश्रा, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, डॉ. राजीव कुमार, उप निदेशक, कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, डॉ. सुभाष चंदर, निदेशक, एनसीआईपीएम, डॉ. आरएन पडरिया, संयुक्त निदेशक- एक्सटेंशन, आईएआरआई, बीईडीएफ के डॉ. रितेश शर्मा कार्यशाला की शोभा बढ़ाएंगे। आईएआरआई से डॉ. वाईएस शिवाय, आईसीएआर, एनसीआईपीएम से डॉ. मुकेश सहगल, उद्योग विशेषज्ञ आशीष मित्तल मुख्य वक्ता के रूप में पहुंच रहे हैं। कार्यशाला में प्रगतिशील किसान पद्म श्री भारत भूषण त्यागी भी बोलेंगे। वीरेनक्सिया और मल्टीप्लेक्स, दो कृषि कंपनियां किसानों के लाभ के लिए अपने स्टालों का प्रदर्शन करेंगी। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में कृषकों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जायेगा कि वे किस प्रकार आधुनिक तकनीक अपनाकर बासमती चावल की गुणवत्तापूर्ण उपज को कई गुना बढ़ा सकते हैं।