भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने ग्रेटर नॉएडा स्थित जीएल बजाज सेंटर फॉर रिसर्च एंड इनक्यूबेशन को (डीएसटी) प्रयास केंद्र बनाया है। आप को बता दे की विभाग के द्वारा देश भर में कुल १४ डीएसटी प्रयास केंद्र बनाए गए हैं जिसमे से जीएल बजाज एक है। डीएसटी ने युवा और महत्वाकांक्षी उद्यमियों के प्रौद्योगिकी के प्रचार प्रसार और उनके स्टार्टअप की गति में वृद्धि लाने के लिए जीएल बजाज सेंटर फॉर रिसर्च एंड इनक्यूबेशन को 3 करोड़ रूपये अनुमोदित किये है।
कार्यक्रम प्रबंधक डॉ० संजय कुमार ने बताया कि निधि-प्रयास कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवा और इच्छुक नए प्रमोटरों के विचार को एक प्रोटोटाइप में बदलने के लिए प्रोटोटाइप फंडिंग प्रदान करना है ताकि “आत्मनिर्भर भारत मिशन” के अनुरूप स्वदेशी रूप से विकसित नवाचारों और उत्पादों को बढ़ावा दिया जा सके और यह योजना सम्पूंर्ण भारत के १८ वर्ष आयु पूर्ण कर चुके इन्नोवेटर्स के इनोवेटिव आईडिया को प्रोटोटाइप में कन्वर्ट करके युवा महिला एवं ग्रामीण इन्नोवेटर्स को प्रोत्साहित करेगी, हरेक चयनित इनोवेटिव आईडिया को अधिकतम दस लाख रूपये की अनुदान राशि इस निधि प्रयास योजना में प्रदान किये जाने का प्रावधान है।
जीएल बजाज शैक्षणिक संस्थान के वाइस चेयरमैन डॉ० पंकज अग्रवाल ने डीएसटी को धन्यवाद देते हुए कहा संस्थान के लिए यह गर्व का क्षण है और मुझे आशा है कि इस अनुमोदित राशि से छात्र केंद्र पर अपने नवाचार पर आधारित स्टार्ट-अप को सफलता पूर्वक व्यवसाय में बदल सकेंगें।