Galgotias University में “केस टीचिंग” विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का हुआ आयोजन

गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस, में “केस टीचिंग, राइटिंग एंड पब्लिशिंग” पर 5-दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस एफडीपी का उद्देश्य फैकल्टी सदस्यों को केस राइटिंग पर शिक्षण कौशल देना था। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने छात्रों में सीखने के मूल्यों को विकसित करने और उनकी प्रगति का मार्गदर्शन करने के लिए प्रबंधन के प्रासंगिक क्षेत्र में डेवलपमेंट के लिए प्रतिभागियों से चर्चा की।

एफडीपी में स्कूल ऑफ बिजनेस के 75 फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया। प्रो. (डॉ.) अनामिका पांडे, डीन, स्कूल ऑफ बिजनेस ने सत्र के सभी वक्ताओं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों और स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में डॉ० आशीष पांडे आईआईटी बॉम्बे, डॉ० राहुल शर्मा स्काईलाइन विश्वविद्यालय शारजाह, डॉ० बरनाली चकलादार आईएमटी गाजियाबाद, डॉ० अनुजा पांडे एआईएमए केस स्टडी सेंटर नई दिल्ली, और डॉ० संतोष रंगनेकर आईआईटी रुड़की जैसे प्रसिद्ध विद्वान वक्ताओं ने केस शिक्षण और लेखन के संकाय के ज्ञान को समृद्ध करेंगें। पहले सत्र में डॉ० राहुल शर्मा ने व्यावहारिक दृष्टिकोण कक्षा शिक्षण पर प्रकाश डाला।

डॉ० बरनाली चकलादर ने केस शिक्षण और विकास में अपने विभिन्न अनुभव साझा किए और प्रतिभागियों को केस लीड और आवश्यक मानदंड चुनने के बारे में निर्देशित किया। डॉ० अनुजा पांडे ने टीचिंग नोट्स राइटिंग पर विस्तार से बताया है और छात्रों के बीच सीखने के लिए कक्षा में चर्चा के लिए विभिन्न पद्धतियों पर चर्चा की है। डॉ० संतोष रागनेकर ने अपनी विशेषज्ञता के साथ संकायों को केस स्टडी प्रकाशन और उसके डेवलपमेंट के लिए अपनाए जाने वाले तरीकों के बारे में बताया।

उन्होंने सी-लेवल के मामलों को ए-लेवल श्रेणी के जर्नल प्रकाशनों में परिवर्तित करने के लिए सभी एफडीपी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने साहित्य समीक्षा, डेटा अवधारणाओं और सिद्धांतों के महत्व पर अपने विचार दिए हैं जिन्हें केस स्टडी विकसित होने पर लागू किया जा सकता है। उन्होंने कुछ ऐसे विषय भी सुझाए जिन पर केस अध्ययन विकसित किया जा सकता है। उन्होंने चर्चा के दौरान भारतीय नेतृत्व मॉडल पर भी ध्यान केंद्रित किया।

स्कूल ऑफ बिजनेस की डीन प्रोफेसर डॉ०अनामिका पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कुलाधिपति सुनील गलगोटिया, सीईओ ध्रुव गलगोटिया और प्रो० डॉ० रेणु लूथरा के समर्थन और मार्गदर्शन के लिए उनका आभार व्यक्त किया और सभी प्रतिभागियों को उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया।

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