ग्रेटर नोएडा। 30 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के अभियान की प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को समीक्षा की। धीमी गति से कार्य होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि अगर सभी सड़कों को जल्द दुरुस्त न किया गया तो संबंधित वर्क सर्किल से लेकर जूनियर इंजीनियर तक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने इस माह किसानों के 6% आबादी भूखंडों के एक भी लीज प्लान जारी न कर पाने वाले वर्क सर्किल प्रभारियों के वेतन काटने व प्रतिकूल प्रविष्टि देने के भी निर्देश दिए हैं।
सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को वर्क सर्किल वार समीक्षा करते हुए कहा कि सभी वर्क सर्किल अपने-अपने एरिया में क्षतिग्रस्त सड़कों का सर्वे कर लें। जहां भी गड्ढा दिखे उसे तत्काल रिपेयर कराएं। रिपेयर होने वाली सड़कों की जियो टैगिंग भी कराएं। इसके साथ ही सीईओ ने ग्रेटर नोएडा की सभी अधूरी सड़कों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी सड़कों की रिपोर्ट तैयार कर लें और सभी अड़चनों को दूर करते हुए पूरा कराएं। मसलन, डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की रेलवे लाइन के कार्य के चलते 130 मीटर रोड बाधित है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच आने-जाने वालों को परेशानी हो रही है। उन्होंने डीएफसीसी से इस रोड को शीघ्र दुरुस्त कर चालू कराने के निर्देश दिए। इसी तरह 105 मीटर रोड भी डिपो के बाद अटकी हुई है। इसके अलावा 60 मीटर रोड भी रिजर्व पुलिस लाइन के पास रुकी हुई है। सीईओ ने ऐसी सभी सड़कों को प्राथमिकता पर दुरुस्त कराने को कहा है। समीक्षा बैठक में ग्रेटर नोएडा के पांच मुख्य मार्गों को मॉडल रोड के रूप में विकसित करने पर भी चर्चा हुई। सीईओ ने इन सड़कों पर चल रहे कार्य में देरी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने सिविल, जल-सीवर, उद्यान व इलेक्ट्रिकल विभाग को आपस में तालमेल बनाकर मॉडल रोड पर शीघ्र कार्य कराने के निर्देश दिए। बता दें, कि मॉडल रोड बनाने के लिए पहले चरण में ग्रेटर नोएडा के मुख्य मार्गों, जैसे 105 मीटर रोड, 130 मीटर रोड, 60 मीटर रोड, सूरजपुर-कासना रोड व नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ग्रेटर नोएडा के हिस्से की सड़क शामिल की गई हैं। मॉडल रोड पर बिजली के पोल को दुरुस्त करने, क्षतिग्रस्त कर्व स्टोन को दुरुस्त करने, सीजनल पौधे लगाने, पेड़ों की छंटाई आदि कार्य होंगे। सीईओ ने किसानों को दिए जाने वाले 6% आबादी भूखंडों की भी समीक्षा की। लीज प्लान जारी करने में देरी पर परियोजना विभाग को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने इस माह एक भी लीज प्लान जारी न कर पाने वाले वर्क सर्कल प्रभारियों के वेतन काटने और प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश कार्मिक विभाग को दिए। सीईओ रितु माहेश्वरी ने समीक्षा बैठक के दौरान परी चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने स्थानीय पुलिस की मदद से परी चौक पर रेहड़ी-पटरी वालों के अतिक्रमण को तत्काल हटाने के भी निर्देश दिए। इसी चौराहे पर बेतरतीब खड़े हो रहे ऑटो व बस वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी कहा है। सीईओ ने वेंडिंग जोन, कायाकल्प, स्मार्ट विलेज, तालाबों का सौंदर्यीकरण समेत सभी परियोजनाओं की भी समीक्षा की। चार वेडिंग जोन का कार्य 15 दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। स्मार्ट विलेज मायचा कार्य अंतिम दौर में हैं। सीईओ ने इसे शीघ्र पूरा कराने के लिए कहा। समीक्षा बैठक के दौरान एसीईओ प्रेरणा शर्मा, एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी रजनीकांत मिश्र, प्रभारी जीएम प्रोजेक्ट सलिल यादव समेत सभी वर्क सर्किल प्रभारी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।