सद्भावना दिवस पर मंच पर मिले सभी धर्मगुरू, पर दिल मिलना अभी बाकी है!

By मेघा राजपूत

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (12/10/2022): विश्व में भारत एक अनोखा देश है जहां अलग – अलग धर्म और संप्रदाय के लोग निवास करते हैं। और भारतीय संविधान के अनुसार सभी धर्मों को एक सामान अधिकार मिला है जिसके अनुसार सभी धर्मों के लोगों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए।

आजकल के दौर में परिस्थिति कुछ अलग हो चुकी है जहां हमें सभी को मिलकर सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए वहीं अब हम अपने धर्म को ऊंचा बताने के लिए दूसरे धर्म को नीचा दिखाने से जरा भी नहीं चूकते हैं। ऐसा ही कुछ दृश्य ग्रेटर नोएडा के एक निजी स्कूल में अयोजित धार्मिक राष्ट्रीय एकता कार्यक्रम में देखने को मिला।

सद्भावना दिवस पर ग्रेटर नोएडा के एक निजी स्कूल में धार्मिक राष्ट्रीय एकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ, आयोजन तो सद्भावना के उद्देश्य से हुआ था जहां पर सभी धर्म गुरूओं ने अपने धार्मिक ग्रन्थों का विस्तृत उल्लेख किया। लेकिन दीप प्रज्वलन के समय सद्भावना को तार तार कर देने वाला ज्वलंत उदाहरण देखने को मिला। जहां दीप प्रज्वलन करने सभी धार्मिक गुरु ख़ासकर मुस्लिम धर्म गुरु एक साथ खड़े नहीं हो सकते, तो हम धार्मिक सद्भाव की क्यों अपेक्षा करते हैं?

जब हम समाज को यह संदेश देते हैं कि सभी धर्म एक है तो हमें सभी धर्मों की पूजा पद्धति का भी सम्मान करना चाहिए। ना कि मंचों पर बैठ कर सद्भावना का दिखावा करना चाहिए। आखिर सभी धर्मों का सम्मान करने की कथनी और करनी में इतना अंतर क्यों?

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