आज हिन्दी दिवस के अवसर पर गलगोटियाज विश्वविद्यालय के हिन्दी-क्लब आरोहण ने “काव्य-सम्मेलन” का भव्य आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ डाॅ० नमिता मलिक, डाॅ० मीनाक्षी, मीडिया प्रभारी श्रीशांत शर्मा और पॉलिटैक्निक से शिक्षक भगवत प्रशाद शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके किया। पहले माँ सरस्वती की वन्दना की गयी और उसके बाद कविजनों ने राष्ट्र-भाषा हिन्दी को अपनी कविताओं के माध्यम से नमन किया। डाॅ० नमिता ने कहा कि सभी भाषाओं का सम्मान होना चाहिए परन्तु हिन्दी भाषा मुझे माँ के समान प्रिय है। डाॅ० मीनाक्षी ने अभी हाल ही में प्रकाशित अपनी सुप्रसिद्ध रचना “आरोहण” को सुनाकर खूब तालियाँ बटोरी और हिन्दी माँ का मान बढ़ाया।
शिक्षक एवम् कवि भगवत प्रशाद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रभाषा हिन्दी हमारी संस्कृति के अन्त:करण में रची-बसी है। इसलिए उसका स्थान सबसे ऊँचा है। हमें बहुत ही आत्मीयता के साथ माँ के समान अपनी राष्ट्र भाषा हिन्दी का सम्मान करना होगा तभी हम पूरी दुनिया में सम्मान के हक़दार होंगे। गलगोटिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में शिवम कुमार, अनुज द्विवेदी, वंशिका, सचिन कुमार मिश्रा, अभिषेक कुमार, अयाना यादव, अमन यदुवंशी ने एक से बढ़कर एक सुन्दर रचनाऐं प्रस्तुत की।