फर्जी डाक्टर की लापरवाही से महिला मरीज की मौत, छानबीन में जुटी पुलिस

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (02/09/2022): हमारे समाज में डाक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है, क्योंकि डॉक्टर रोगी में भी प्राण डाल देता है पर जब डाक्टर फर्जी डिग्री का उपयोग कर डाक्टर बन जाए तो इसमें स्वस्थ व्यक्ति की जान को भी खतरा हो जाता है। ऐसा ही एक मामला ग्रेटर नोएडा के ईको विलेज-2 मार्ट, थाना बिसरख से आया है। जहां फर्जी डिग्री से डाक्टर बने डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला को जान से हाथ धोना पड़ा।

बता दें 19 अगस्त को IVF Creation world सेन्टर, ईको विलेज-2 मार्ट, थाना बिसरख, गौतमबुद्धनगर में एक महिला ललिता ईलाज के लिए आयी। इनका 02 माह पूर्व से प्रेगनेन्सी हेतु ईलाज इसी सेंटर पर चल रहा था। और 19 अगस्त को ईलाज के दौरान बरती गयी घोर लापरवाही व इमरजेन्सी सेवाओं के अभाव के कारण ललिता कोमा में चली गयीं। जिसके बाद परिजनो ने महिला को यथार्थ अस्पताल, बिसरख, गौतमबुद्धनगर मे भर्ती कराया था। वहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

इस मामले में ललिता के पति चन्द्रभान रावत ने थाना बिसरख में मुकदमा पंजीकृत कराया। फिर पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू की और पुलिस ने इस मामले सबूत एकत्रित कर दोषी IVF Creation world सेन्टर के एम०डी० प्रियरंजन ठाकुर को 28 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

आगे पुलिस ने बताया वही प्रियरंजन ठाकुर ने विवेचना के दौरान उपलब्ध कराये गये शिक्षा प्रपत्रों में अपनी वर्ष 2005 की एमबीबीएस की डिग्री उपलब्ध करायी, जो भूपेन्द्र नारायण यूनीवर्सिटी लालूनगर मधेपुरा बिहार से जारी की गयी है। लेकिन प्रियरंजन ठाकुर द्वारा उपलब्ध करायी गयी एमबीबीएस की डिग्री की जाँच करायी गयी तो डिग्री फर्जी पायी गयी और साथ ही भूपेन्द्र नारायण यूनीवर्सिटी लालूनगर मधेपुरा बिहार से जारी नही है, तथा उपलब्ध कराई गई डिग्री फर्जी पायी गयी।

फर्जी डिग्री का उपयोग करने व मासूमों की जान से खिलवाड़ करने के संबंध में आरोपी के विरुद्ध थाना बिसरख पर मु0अ0सं0 537/2022 धारा 420, 467, 468, 471 पंजीकृत कर आगे कार्यवाही की जा रही है।

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