प्रधानमंत्री के आवाह्न पर “आज़ादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत एक साँस्कृतिक कार्यक्रम में गलगोटियाज विश्वविद्यालय के एनएसएस के विद्यार्थियों ने नाट्य मंच के माध्यम से “अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन का भव्य आयोजन किया।
विश्वविद्यालय की कुलपति डा० प्रीति बजाज और विश्वविद्यालय एनएसएस के प्रमुख डॉ ए० राम पांडे और नरेंद्र बहादुर सिंह व कपिल राजपूत ने दीप प्रज्ज्वलित करके भारत छोड़ो आंदोलन के कार्यक्रम की शुरुआत की।
“इस माटी में है जन्म लिया, इस माटी में में मिल जाऊंगा” इन पंक्तियों के साथ गलगोटिया विश्वविद्यालय के यूनिट 4, टीम शक्ति एनएसएस द्धारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर “भारत छोड़ो आन्दोलन” के नाट्य मंच की शुरूआत की गयी। गाँधी जी को अंग्रेजों द्वारा जेल में डालने और आम जनमानस के ऊपर बर्बरतापूर्ण अत्याचार करने जैसे दृश्यों ने सभी के मन को छुआ और वीर शहीदों की क़ुर्बानी को याद करके पूरा वातावरण भावुकता में बदल गया।
इस के अलावा छात्रों द्वारा नृत्य, रोल प्ले, भाषण, कविता आदि जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया। शिक्षक भगवत प्रशाद शर्मा ने भी देश भक्ति की कविताएँ सुनाकर सभी को देश भक्ति के रंग में रंग दिया। इस आयोजन की आयोजक प्रांजलि मिश्रा ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों से कहा कि राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में आपकी महत्त्वपूर्ण भूमिका है। जिसे आपको पूरी ईमानदारी के साथ निभाना है। एनएसएस के कॉरडिनेटर ए० राम पाण्डेय और नरेंद्र बहादुर सिंह ने अपने भाषण में स्वतंत्रता के महत्व को बताया और कहा कि आज़ादी का ये अमृत महोत्सव देश के उन वीर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है। जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आयोजन में प्रांजलि मिश्रा, ज्योति शर्मा, थान सिंह, भगवंत शर्मा, नरेंद्र बहादुर सिंह, कपिल राजपूत और मनीषा शर्मा जैसे विभिन्न विभागों के संकायों ने भी अपना उल्लेखनीय योगदान दिया है।