प्रधानमंत्री ‘गति शक्ति’ से जुड़कर ग्रेनो में रफ्तार पकड़ेंगी परिवहन व आपूर्ति परियोजनाएं

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (29/07/2022): ग्रेटर नोएडा की दो मुख्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब और मल्टीमाडल लॉजिस्टिक्स हब को जल्द ही पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान से जोड़ा जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि इससे दोनों परियोजनाओं को बेहतर समन्वय में विकसित करना आसान हो जाएगा।

इन दोनों परियोजनाओं को बोडाकी के पास दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (डीएमआईसी) एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल ) के तहत विकसित किया जाएगा। और इन दोनों परियोजनाओं के मास्टर प्लान जल्द ही देश के विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने के लिए पिछले साल अक्टूबर में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई योजना गतिशक्ति के पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे।

विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करने हेतु एवं बंदरगाहों और भारत के अन्य हिस्सों को समर्पित फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से टाउनशिप से जोडने के लिए यहां मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स हब बनाया जाएगा।

डीएमआईसी-आईआईटीजीएनएल बोर्ड के सीईओ और प्रबंध निदेशक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि गति शक्ति से जुड़ने से परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी। मल्टीमाडल लाजिस्टिक हब और मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब दो ऐसे प्रोजेक्ट है जिनके पूरा होने से न सिर्फ जिला को बल्कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आर्थिक व परिवर्तन ढांचे में बदलाव दिखेगा। इन दोनों हब में एक अत्याधुनिक रेलवे टर्मिनल होगा।

राज्य और अंतर-राज्यीय बस स्टैंड भी बनाए जाएंगे। इसे मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इन दोनों परियोजनाओं को किसानों से जमीन अधिग्रहण कर जल्द शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। गतिशक्ति कार्यक्रम में शामिल होने से इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने में मदद मिलेगी।

अधिकारियों ने बताया कि भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है। आईआईटीजीएनएल के नाम जमीन ट्रांसफर होते ही निर्माण के टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। रेलवे लाइन बनने में दो साल का समय लगेगा। इस पर 800 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।

लॉजिस्टिक्स हब के अंदरूनी हिस्सों को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। यहां सीमा शुल्क निकासी भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इससे आयात-निर्यात इकाइयों के काम में भी तेजी आएगी।

आगे सुरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स हब और आईआईटीजीएनएल की एकीकृत टाउनशिप में 1.10 लाख से अधिक युवाओं को सीधे रोजगार के अवसर मिलेंगे।

और उन्होंने यह भी कहा, कि जहां एक लाख नौकरियां ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स हब से मिलेंगी और 10 हजार से ज्यादा नौकरियां इंटीग्रेटेड टाउनशिप में स्थापित उद्योगों में मिलेंगी। लगभग 750 एकड़ के क्षेत्र में स्थित एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप देश की स्मार्ट परियोजनाओं में से एक है।

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