टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (22 जुलाई 2022): ग्रेटर नॉएडा वेस्ट के टेकज़ोन-4 में एक ही सड़क पर 4-5 स्कूल हैं। स्कूलों की वजह से काफी संख्या में बस, कार और दुपहिया वाहनों का आवागमन लगा रहता है। इन स्कूलों में आस पड़ोस के सोसाइटी निवासी पैदल भी बच्चों को स्कूल छोड़ने और लाने जाते हैं। लेकिन सुबह के समय और स्कूल के छुट्टी के समय अत्यधिक वाहनों की वजह से पैदल यात्रियों को सड़क के किनारे चलना भी मुश्किल होता है। पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ के कोई इंतजामात नहीं है। फुटपाथ ना होने की वजह से पैदल यात्रियों का चलना बहुत ही मुश्किल होता है।
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार बताया कि ने 11-दिसंबर-2019 को इस सम्बन्ध में एक शिकायती पत्र ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण को दी गई थी। उस समय प्राधिकरण के महाप्रबंधक और वरिष्ठ प्रबंधक ने फुटपाथ बनवाने का आश्वाशन दिया था। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी जब कुछ नहीं हुआ तो 18-जुलाई-2022 को जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करके इसके बारे में पूछा गया। शिकायत के जवाब में संबंधित अधिकारियों ने टेकज़ोन-4 में फुटपाथ बनाने से साफ़ इंकार करते हुए बताया कि सडकों की पटरियों पर फुटपाथ बनाए जाने का कोई प्रस्ताव नहीं है, उक्त स्थानों पर उद्यान विभाग द्वारा घास रोपित किया गया है।
प्राधिकरण के इस रुख से आसपास के सोसाइटियों में रहने वाले लोगों में काफी रोष है। स्प्रिंग मीडोज सोसाइटी के सागर गुप्ता का कहना है कि कहने को ग्रेटर नॉएडा को प्लांड सिटी कहते हैं। लेकिन पता नहीं किसने प्लान किया कि फुटपाथ जैसी मूलभूत जरूरत ही प्लान करना भूल गया। जब प्राधिकरण मूलभूत सुविधाएँ ही नहीं दे सकता फिर बहुमंजिला इमारतें बनाने को इजाजत क्यों दिया।
वहीं विकास कटियार का कहना है कि ग्रेनो वेस्ट में अधिकारियों को सुविधाएँ विकसित करने को बार बार निवेदन किया जाता है लेकिन अधिकारी अपनी मर्जी से ही काम करते हैं, उन्हें आम जनता के दुःख दर्द से कोई मतलब नहीं। क्या प्राधिकरण फुटपाथ जैसी अत्यंत जरुरी सुविधा भी नहीं दे सकता?
ला रेसिडेंसिया के निवासी सुमिल जलोटा का कहना है कि पटरी पर घास तो लगाया है लेकिन उसका इस्तेमाल पैदल यात्री नहीं कर सकते क्यूंकि सड़क संकरी होने की वजह से पटरी पर भी गाड़ियां चलती है। इसके साथ पटरी के घास का इस्तेमाल अवैध मार्किट लगाने के लिए और स्कूल के वाहनों की पार्किंग के लिए होता है। फुटपाथ बनने से पैदल यात्रियों को काफी सुविधा होती।