सात माह से चल रहा धरना खत्म, ग्रेटर नोएडा वासियों को जल्द मिलेगा गंगाजल

ग्रेटर नोएडा। पल्ला में गंगाजल प्रोजेक्ट को रोककर सात माह से चल रहा धरना मंगलवार को खत्म हो गया। मंगलवार को पुलिस प्रशासन के सहयोग से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण प्राधिकरण ने धरना समाप्त करा दिया और मौके पर काम शुरू करा दिया। अब गंगाजल शीघ्र ही जैतपुर स्थित जलाशय पहुंच जाएगा। कमिश्निंग के काम में तीन माह लगेंगे। जैसे-जैसे कमिश्निंग होती जाएगी वैसे-वैसे सेक्टरवार गंगाजल भी मिलने लगेगा।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने पल्ला में सात माह से चल रहे धरने को खत्म कराकर ग्रेनोवासियों के लिए महत्वपूर्ण गंगाजल परियोजना को जल्द पूरी करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने एसीईओ अदिति सिंह को जिम्मेदारी सौंपी। एसीईओ ने किसानों से वार्ता कर उनकी मांगों को प्राथमिकता पर शुरू करा दिया। प्रोजेक्ट विभाग पल्ला गांव में कई विकास कार्यों का टेंडर भी निकाल दिया है। प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार सिंह, जीएम एके अरोड़ा व वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने पुलिसबल की मौजूदगी में मंगलवार को किसानों से वार्ता कर धरना खत्म करा दिया और पल्ला स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर कमिश्निंग का काम शुरू करा दिया। गंगाजल शीघ्र ही जैतपुर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट पहुंच जाएगा और फिर ग्रेटर नोएडावासियों तक गंगाजल पहुंचाने का काम शुरू होगा। प्राधिकरण ने अगले तीन माह में गंगाजल की आपूर्ति के लिए कमिश्निंग का काम पूरा होने की उम्मीद जताई। धरनारत किसानों ने प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता करने की मांग की गई, जिस पर ओएसडी सचिन कुमार सिंह ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता करा दी जाएगी।

सुरेन्द्र सिंह, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व कमिश्नर मेरठ मंडल ने अपने बयान में कहा, “85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना सभी ग्रेटर नोएडावासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एक तरफ उनके घरों में गंगाजल आने लगेगा और दूसरी तरफ भूजल की बचत होने लगेगी। इससे भूजल स्तर में भी सुधार होगा। सावन मास में इससे बेहतर पहल और क्या हो सकती है। किसानों के सहयोग के लिए आभार। प्राधिकरण की टीम इस प्रोजेक्ट को समय से पूरा करके ग्रेनोवासियों के घरों तक गंगाजल शीघ्र लाने की पूरी कोशिश करेगी।”

गंगाजल परियोजना की महत्वपूर्ण तिथियों पर एक नजर

–2005 में गंगाजल परियोजना का हुआ एलान
–फरवरी 2019 में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति
–जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी
–जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति
–जुलाई 2021 में आईओसीएल से पाइप लाइन डालने की मिली अनुमति
–अक्तूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुमति
–दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचा गंगाजल
–किसानों के विरोध के चलते दिसंबर से अब तक काम अटका था

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