गलगोटियास विश्वविद्यालय के मेडिकल एलाइड साइंस स्कूल के बी-फार्मा प्रोग्राम को राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड, नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडेसन (एनबीए) नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्रदान की गई है। गत दिनों एनबीए की विशेषज्ञ समिति ने विश्वविद्यालय का दौरा किया और पूरी तरह से कठिन मूल्यांकन प्रक्रिया का आंकलन करने के बाद नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडेसन ने २१ जून २०२२ को मान्यता प्रदान की। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० डॉ० प्रीति बजाज ने बताया कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग और मकेनिकल इंजीनियरिंग को पहले ही एनबीए मान्यता मिली चुकी है। अब विश्वविद्यालय के बी-टैक और बी- फार्मा प्रोग्राम को एनबीए की मान्यता प्राप्त हो गयी है।
प्रति कुलपति प्रो० डॉ० अवधेश कुमार ने बताया कि एनबीए किसी भी डिग्री के लिए वह मान्यता है जो इस बात को दर्शाती है कि यह पाठयक्रम गुणवत्ता के उन सभी मानकों को पूरा करता है जिनकी जरूरत एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रणाली के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। फार्मेसी विभाग को मिली एनबीए की मान्यता स्पष्ट रूप से इस बात को प्रदर्शित करती है कि गलगोटियास विश्वविद्यालय उत्कृष्टता पूर्ण और उच्चकोटि की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव नितिन गौड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय मैं उच्चकोटि की शिक्षा प्राप्त और अनेक मानद उपाधियों से सम्मानित प्रोफेसर कार्यरत हैं जिनका उदेश्य शिक्षा के साथ-साथ छात्रों का चहुंमुखी विकास करना भी है। वैश्विक स्तर पर गलगोटियास विश्वविद्यालय का नाम देश भर के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में गिना जाता है। विश्वविद्यालय का नाम आज शिक्षा के स्तर पर इस बात के लिए प्रसिद्ध है कि वह शिक्षा के साथ-साथ अपने छात्रों को देश की महान संस्कृति की विधाओं से भी परिचित कराता है। माननीय कुलाधिपति सुनील गलगोटिया और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया ने इस उपलब्धि पर संकाय अध्यक्ष प्रो० पीके शर्मा और छात्रों को बधाई दी और कहा कि यह उपलब्धि भविष्य में मनोबल बढ़ाने वाली होगी और हम शिक्षा के क्षेत्र में एक मानक स्थापित करेगें।