टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (19/06/2022): एकतरफ देश के प्रधानमंत्री मोदी देश में स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, और स्वच्छ भारत बनाने का सपना देख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा के घोड़ी बछेड़ा गांव में प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के चिराग तले अंधेरे का एक दृश्य दिखाई दिया है।
बता दें कि ग्रेटर नोएडा को सुंदर और आधुनिक शहर माना जाता है।पर ग्रेटर नोएडा के आसपास के गांवों की सच्चाई तो कुछ ओर ही बयां करती नजर आ रही है।
टेन न्यूज नेटवर्क की टीम ने आज ऐसे ही एक गांव में सर्वे किया जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। हम बात कर रहे हैं ग्रेटर नोएडा जैसे सुंदर शहर के बीच में एक छोटा-से गांव घोड़ी बछेड़ा की। जहां पर लोग नर्क जैसा जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं।
क्योंकि गांव में जल निकासी. एक बड़ी समस्या बनी हुई है। इस समस्या का ग्रेटर प्राधिकरण द्वारा कोई समाधान न मिलने पर, लोग उस हालात में जीने के लिए मजबूर हैं. जहां पर जगह-जगह गंदगी फैली है, जगह-जगह पानी और गंदगी होने के कारण लोग और बच्चे अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जिसके चलते गांव के लोग बीमार पड़ रहे हैं।
गांव में गंदे पानी की निकासी न होने और गंदगी के फैलने से आलम यह है कि लोगों को अपने शरीर के साथ समझौता करना पड़ रहा है। और इस समस्या का कोई समाधान न होने से हालात यह है इस कि गांव की एक महिला को गंदे पानी से इंफेक्शन होने के कारण अपना एक पैर गवाना पड़ा और दूसरा पैर भी उसका गंभीर हालत में है।
महिला का कहना है कि गांव में जगह जगह पानी की निकासी न होने और गंदगी के फैलने से गांव में जीवन व्यतीत करना मुश्किल हो गया है। और बच्चे बाहर नहीं निकल पाते हैं, बाहर खेल नहीं सकते हैं क्योंकि गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार है।
घोड़ी बछेड़ा गांव निवासी जितेन्द्र कुमार ने बताया कई बार गांव के निवासियों ने मिलकर गांव में पानी की निकासी न होने और गंदगी के फैलने के संबंध में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को अवगत कराया लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस समस्या को संज्ञान में नहीं लिया। और जिसके चलते गांव के निवासियों का जीवन नर्क बन चुका है।
वैसे आए दिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों में स्वच्छता अभियान के तहत जनता को कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था तले गिला और सूखा कूड़ा अलग के लिए जागरूक करते रहते हैं। और एक साफ व स्वच्छ वातावरण दें रहे हैं । जबकि ग्रेटर नोएडा के सेक्टरो के आस पास बसे गांवों में स्वच्छता के लिए न तो कोई अधिकारी पहुंचता है और ना ही उनकी कोई टीम।
गाँव के निवासियों का मानना है को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का स्वच्छता का दिखावा बस सेक्टरों तक सीमित है। जबकि गांवों की हालत स्वच्छता से कोसों दूर दिखाई देती है। इसका एक जीता जागता उदाहरण ग्रेटर नोएडा का गांव घोड़ी बछेड़ा है।
टेन न्यूज नेटवर्क की टीम ने जब घोड़ी बछेड़ा गांव के हालात का सर्वे किया तो उस दौरान मौके पर रघुवीर मास्टर, ओमबीर ठेकेदार, होस सिंह, जितेन्द्र, अशोक, सुशील भगत, धर्मवती, सुषमा, रोशनी और गांव अन्य निवासी और बच्चे आदि मौजूद रहे।