आज दिनांक २६ मई २०२२ को गलगोटियाज विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय गेम चैलेंज टॉयकैथॉन – २०२१ प्रतियोगिता के समापन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय (इनोवेशन सैल) के सदस्य पंकज पांडेय और अरिन्दम मण्डल, विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ध्रुव गलगोटिया, विश्वविद्यालय की कुलपति और प्रतियोगिता की नोडल अधिकारी प्रो0 डाॅ0 प्रीति बजाज और कुलसचिव नितिन गौड़ मौजूद रहे।
राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक भारतीय सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, मूल्यों और पौराणिक कथाओं पर आधारित खिलौनों का आविष्कार करना और उन्हें नया स्वरूप देना था। यह टॉयकैथॉन प्रतियोगिता शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के इनोवेशन सेल और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के संरक्षण में आयोजित की गयी। भारत सरकार ने “आत्मनिर्भर भारत अभियान” के तहत टॉयकैथॉन २०२१ की पूरे भारत में नवीन खिलौनों और खेल के विचारों को बढ़ावा देने के लिए एक अवसर के रूप में शुरूआत की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने आत्मनिर्भर भारत को टॉयकैथोन के रूप में साकार करने में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कपडा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओड़िसा, पुन्डूचेरी, तमिलनाडु और मणिपुर राज्यों के शिक्षण संस्थानों की २७ टीमों ने दिव्यांग, व्यवसाय और विशिष्ट क्षेत्र, रचनात्मक और तार्किक सोच, भारतीय संस्कृति, इतिहास, भारत का ज्ञान, लोकाचार, पर्यावरण जैसी श्रेणियों पर खिलौने बनाने का कार्य किया।
प्रतियोगिता में कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों ने लगातार ७२ घण्टे तक काम करते हुए अपने-अपने प्रोजेक्टों पर शानदान प्रदर्शन किया। दो राउँड के बाद ज्यूरी मैम्बर्स ने चौदह टीमों को पावर जज्जिंग राऊँड के लिये चयनित किया। पावर जज्जिंग राऊँड में कम्पटीशन के बाद ज्यूरी मेम्बर्स ने सात टीमों को विजेता घोषित किया। पुणे की टीम अमरूता लोनकर एवं चेन्नई की टीम उदिराज को रचनात्मक और तार्किक सोंच कैटेगरी में मुम्बई की टीम ऐक्यम, पुणे की टीम क्रू -१ और तमिलनाडु की मैगनिफिसिएंट सस्टेनबल को भारतीय संस्कृति, इतिहास, भारत का ज्ञान और लोकाचार कैटेगरी में सोलपुर की टीम सार्थक जैन को व्यवसाय और विशिष्ट क्षेत्र कैटेगरी और तमिलनाडु की टीम सेलेनोफाइल को दिव्यांग कैटेगरी में विजेता घोषित किया गया।
सभी विजेता टीमों को २५ हजार रूपये की पुरुस्कार राशि और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। मणिपुर की थोबी टीम को गलगोटिया विश्वविद्यालय की ओर से प्रशंसा के रूप में बीस हजार रूपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन की शुरूआत योग गुरू थान सिंह के योग सेसन के साथ की गयी। जिसमें प्रतिभागियों को सूर्य नमस्कार, भ्रामरी, अनुलोम विलोम आदि प्रणायाम को सिखाया गया।