ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित ईको विलेज टू में दो बच्चों के शाफ्ट में गिरने की घटना से आहत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर प्राधिकरण की टीम ने मौके पर जाकर जांच की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बिल्डर ने प्राधिकरण से कंपलीशन सर्टिफिकेट/ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट लिए बगैर ही फ्लैट खरीदारों को पजेशन दे दिया है। सोसाइटी में बड़ी तादात में लोग रह रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिल्डर को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा है।
मंगलवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित सुपरटेक ईको विलेज टू के टावर नंबर बी -6 के नौंवी मंजिल से दो बच्चे क्रिकेट खेलते समय शाफ्ट से नीचे गिर गए। उनको गंभीर चोट आई है। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना से आहत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने महाप्रबंधक परियोजना एके अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक नियोजह सुधीर कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक ब्रह्म सिंह व प्रबंधक प्रभात शंकर को मौके पर जांच करने के लिए भेजा। टीम ने बुधवार दोपहर बाद घटनास्थल पर जाकर मुआयना किया। जांच टीम ने सीईओ को घटना से अवगत कराया। टीम ने बताया कि बिल्डर ने कंपलीशन / ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट लिए बगैर ही फ्लैट खरीदारों को पजेशन दे दिया है। बड़ी संख्या में लोग इन फ्लैटों में रहते हैं। जिस शॉफ्ट से बच्चे नीचे गिरे हैं उसे एल्युमिनियम के डोर, जिसमें पैनल के बजाय एक्रेलिक सीट लगी थी, जो कि सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त नहीं है। वहीं, जीएम प्रोजेक्ट एके अरोड़ा ने अस्पताल में भर्ती बच्चों के पैरेंट्स से भी फोन पर बात कर घटना और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। प्राधिकरण ने बिल्डर को बुधवार को नोटिस जारी कर तीन में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर लीज डीड की शर्तों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण से पास नक्शे से इतर किसी बिल्डर ने निर्माण किया है तो उसकी जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। निवासियों की सुरक्षा के खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।