दिव्यांग बच्चों के ईलाज के समय चिकित्सकों को संयम की जरूरत: डाॅ मौसुमी गोस्वामी, आईटीएस डेंटल काॅलेज

दिनांक 06.05.2022 को आई0 टी0 एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा द्वारा ‘‘दिव्यांग बच्चों के ईलाज’’ पर वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर भारत के कई संस्थानों से 100 से अधिक एम0डी0एस0 के छात्रों एवं शिक्षकों ने भाग लिया।

इस अवसर पर आई0टी0एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा के पीडोडोंटिक्स विभाग की विभागाध्यक्षा एवं आई0एस0पी0पी0डी0 की अध्यक्षा प्रो0 डाॅ0 मौसुमी गोस्वामी, चिल्ड्रन डेंटल सैंटर, गुरूग्राम के निदेशक डाॅ0 कुनाल गुप्ता, स्माइल बाइट्स, बैंगलुरू की डाॅ0 प्रेमिल नायडू, डी0ए0वी0 डेंटल काॅलेज के पीडोडोंटिक्स विभाग के अध्यक्ष डाॅ0 नीरज गुगनानी, सुभारती डेंटल काॅलेज के प्रो0 डाॅ0 निखिल श्रीवास्तव, एम्स के पीडोडोंटिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 विजय प्रकाश माथुर एवं ए0बी0 शेट्टी डेंटल काॅलेज की प्रो0 डाॅ0 कविता राय ने दिव्यांगों के दंत चिकित्सा के ईलाज करते समय चिकित्सकों के द्वारा किन किन सावधानियों को बरता जाए इस पर चर्चा की।

इस अवसर पर डाॅ0 गौस्वामी ने वर्कशाॅप को सम्बोधित करते हुए बताया कि बहुधा दिव्यांग एवं मानसिक रूप से कमजोर बच्चे अपनी बीमारी के बारे में ठीक प्रकार से अपने माता-पिता एवं चिकित्सकों को अवगत नही करा पाते हैं और ईलाज के दौरान चिकित्सकों का सहयोग भी नही करते जिससे ऐसे बच्चों के ईलाज के समय चिकित्सकों को काफी समय लगता है तथा ऐसे में चिकित्सकों को थोडा संयम बरतना चाहिए तथा बच्चों के माता-पिता से भी अच्छे से बात करना चाहिए।

चिल्ड्रन डेंटल सैंटर, गुरूग्राम के निदेशक डाॅ0 कुनाल गुप्ता ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को सहानुभूति की नही बल्कि प्यार की जरूरत होती है।
इस अवसर पर आई0टी0एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनंद अरोरा ने बताया कि मरीजों को बेहतर से बेहतर सेवा प्रदान करने हेतु संस्थान द्वारा नियमित रूप से दंत चिकित्सा से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर वर्कशाॅप का आयोजन किया जाता है।

इस अवसर पर संस्थान के वाइस चेयरमैन सोहिल चडढा ने सेमिनार के सफल आयोजन हेतु सभी को बधाई देते हुए कहा कि मरीजों के बेहतर ईलाज हेतु चिकित्सकों को भी आधुनिक चिकित्सा की सम्पूर्ण जानकारी हेतु इस तरह के सेमिनार में नियमित रूप से भाग लेना चाहिए जिससे वो मरीजों का अच्छे से अच्छा ईलाज कर सकें।

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