गलगोटियास विश्वविद्यालय की इनोवेशन काउंसिल ने भारत सरकार के बौद्धिक संपदा कार्यालय दिल्ली के सहयोग से “स्टार्ट-अप के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और आईपी प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला” का आयोजन किया।
इस कार्यशाला में गलगोटियास विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के विभिन्न विभागों के यूजी, पीजी और पीएचडी के छात्रों और शिक्षकों सहित लगभग 250 प्रतिभागियों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के द्वारा भाग लिया। विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति प्रो0 डॉo प्रीति बजाज ने कार्यशाला की शुरूआत करते हुए डॉ गौरव कुमार और डॉ आफताब आलम को आयोजन के लिये शुभकामनायें दी। भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में पेटेंट और डिजाइन के परीक्षक आशीष प्रभात का मुख्य अथिति के रूप में स्वागत के साथ कार्यशाला की शुरूआत की गई। आशीष प्रभात ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों को पेटेंट, डिजाइन, व्यापार चिह्न, भौगोलिक संकेत, कॉपीराइट, सेमीकंडक्टर इंटीग्रेटेड सर्किट लेआउट-डिजाइन के बारे मे विस्तारपूर्वक बताया। सत्र के अंत में प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछे और संतोषजनक उत्तर प्राप्त किए। अंतिम सत्र में कार्यशाला समन्वयक डॉ0 आफताब आलम ने आशीष प्रभात को स्मृति चिन्ह भेंट किया।कार्यशाला का संचालन मयंक कुमार ने किया और आईआईसी के अध्यक्ष डॉ0 गौरव कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला का समापन किया।