ग्रेटर नोएडा। लोक संस्कृति को बढ़ावा देने और ग्रेटर नोएडा को जीवंत शहर बनाने की दिशा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाया है। प्राधिकरण में संस्कृति विभाग गठित कर दिया गया है। यह विभाग यहां के शिक्षण संस्थानों, सामाजिक संगठनों आदि के तालमेल बनाकर स्थानीय कलाकारों, युवाओं व छात्रों की सहभागिता से शहर में समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसके तहत पहला कार्यक्रम 14 या 15 अप्रैल को सेक्टर अल्फा टू के मार्केट में संभावित है। वहीं, प्रदेश के संस्कृति विभाग ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के इस पहल की सराहना करते हु सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बीते 16 मार्च को होली के उपलक्ष्य में सिटी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में ऐलान किया था कि शहर में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्राधिकरण में जल्द ही संस्कृति विभाग का गठन किया जाएगा। इस पर अमल करते हुए सीईओ ने बृहस्पतिवार को संस्कृति विभाग का गठन कर दिया गया है। प्राधिकरण के डीजीएम सीके त्रिपाठी को इसका नोडल अफसर और प्रबंधक अर्चना द्विवेदी को इसका को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है। इसकी पहली बैठक बृहस्पतिवार को सीईओ नरेंद्र भूषण की अध्यक्षता में हुई, जिसमें एसीईओ दीप चंद्र व अन्य अधिकारियों के अलावा शारदा विवि व बैनेट विवि के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें तय हुआ कि हर माह अलग-अलग जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सप्ताहांत शाम को छह बजे के आसपास कार्यक्रम शुरू होंगे और एक से डेढ़ घंटे तक चलेंगे।
संस्कृति विभाग के गठन के बाद पहला कार्यक्रम सेक्टर अल्फा टू के मार्केट में 14 या 15 अप्रैल को प्रस्तावित किया गया है। कार्यक्रमों के आयोजन में शिक्षण संस्थान, सामाजिक व रिहायशी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। इसके जरिए यहां के स्थानीय कलाकारों, छात्रों, युवाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। उनको अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलेगा। उनको एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म मिल सकेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रदेश के संस्कृति विभाग ने सराहना की है। विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में सहयोग करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने प्राधिकरण से कार्यक्रमों का ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने सभी ग्रेटर नोएडावासियों से सांस्कृतिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।