ग्रेटर नोएडा: आबादी बसने से पहले यमुना प्राधिकरण ने शहर के लिए जरूरी ढांचा तैयार करना शुरू कर दिया है। प्राधिकरण आगामी वित्त वर्ष में दो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाएगा। दोनों के निर्माण पर अस्सी करोड़ रुपये खर्च होंगे। आवासीय सेक्टर के लिए दो एमएलडी क्षमता का प्लांट बनकर तैयार हो चुका है।
यमुना प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि औद्योगिक सेक्टर 29 व मिश्रित भूपयोग सेक्टर 24 में साठ-साठ एमएलडी क्षमता के एसटीपी बनाए जाएंगे। पहले चरण में इनकी क्षमता बीस-बीस एमएलडी होगी। जिसे बाद में बढ़ाकर साठ-साठ एमएलडी किया जाएगा। एक एसटीपी के निर्माण पर तकरीबन चालीस करोड़ रुपये लागत आएगी। इससे चार लाख 62 हजार 849 की आबादी से निकालने वाले सीवेज का ट्रीटमेंट हो सकेगा। दोनों एसटीपी का निर्माण नौ से बाहर माह में हो जाएगा। सेक्टर 22 डी में एसटीपी बनकर तैयार |
प्राधिकरण के आवासीय सेक्टर 22 डी में दो एकड़ में दो एमएलडी क्षमता का एसटीपी बनकर तैयार हो चुका है। इस पर करीब चार करोड़ रुपये लागत आई है। इसमें पंद्रह बीएचपी के दो पंप लगाए हैं। इसकी पांच साल तक देखरेख के लिए एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।