टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा ( 18 मार्च 2022): 1990 में हुए लगभग 1लाख काश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर बनी फिल्म ‘द काश्मीर फाइल्स’ बीते कुछ दिनों से विवादों के साथ साथ खासा चर्चा में रहा है। फ़िल्म को लेकर दर्शकों में दो गुट बन गया है, एक गुट का कहना है कि फ़िल्म में केवल एक पक्ष को दर्शाया गया है तो वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि यह फ़िल्म आजाद भारत की सबसे बड़ी त्रासदी की सच्चाई को दिखाता है, इतिहास के उस पन्नों को दिखा रहा है जो सालों से हमसे छिपाया गया।
हमारे संवाददाता रंजन अभिषेक ने जब फ़िल्म को लेकर ‘मूवी टाइम’ में दर्शकों से बात किया और उनसे पूछा कि फ़िल्म को लेकर आपके मन में क्या उत्साह है तो साहिल नाम के एक युवा नौजवान ने कहा कि ” फ़िल्म को लेकर हमलोग काफी उत्साहित हैं, और हमने काफी चर्चा सुना है इस फ़िल्म के विषय में।इसी कारण से हमारे मन में बहुत उत्सुकता है ,इतना ही नही हमारे साथ पहले क्या कुछ हुआ है ,इसकी जानकारी भी हमें होनी चाहिए।”
वहीं जब मौजूद एक दर्शक से हमने पूछा कि क्या आपको भी लगता है कि हमसे कुछ इतिहास छुपाया गया है?
जबाब देते हुए उन्होनें कहा कि “जब यह पलायन हुआ उस समय इंटरनेट नहीं था, सोशल मीडिया नही था। तो पूरी संभावना है कि हमसे इतिहास का वो पन्ना छुपाया गया है।जो इस फ़िल्म के माध्यम सच्चाई निकलकर बाहर आ रही है ,यह सभी हिंदुस्तानियों को देखना चाहिए।”
अब धीरे धीरे इस फ़िल्म को लेकर सियासत भी गरमा गई है, सियासी महकमों में भी दो खेमा दिखाई दे रहा है, बहरहाल जो भी हो लेकिन फ़िल्म पिछले एक सप्ताह में सुर्खियां बटोरने में काफी हद तक सफल रही है। उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में फ़िल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है। फ़िल्म को लेकर दर्शकों में भी खासा उत्साह दिख रहा है।