कोविड के बढते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए गलगोटियाज विश्वविद्यालय के एन0एस0एस0 ईकाई के तत्वाधान में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के अध्यापकों के साथ साथ छात्रों ने भी उत्साह पूर्वक भाग लिया। एन0एस0एस0 के कार्यक्रम समन्यवक डॉ0 ए0राम पांडे ने सूर्य नमस्कार के संदर्भ में कहा कि हमें केवल सरकारी दिशा-निर्देशों का ही पालन नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे हमें अपने जीवन में भी अपनाने की बहुत जरूरत है। इस कठिन समय में भारत ही नहीं पूरा विश्व ध्यान, प्राणायाम और आसन की ओर पुनः लौट रहा है ताकि हम स्वस्थ बने रहे और हमारे भीतर इस रोग से लड़ने की शक्ति पैदा हो सके।
गलगोटिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 डाॅ0 प्रीति बजाज ने सूर्य नमस्कार कार्यक्रम की प्रशांसा करते हुए उन्होंने कहा कि कंप्यूटर साइंस के छात्रों व शिक्षकों को प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करना चाहिए, क्योंकि कंप्यूटर साइंस के लोग दिनभर कंप्यूटर पर कार्य करते रहते हैं जिससे उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सूर्य नमस्कार से इन शारीरिक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
सूर्य नमस्कार के अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनर थोप सिंह ने सूर्य नमस्कार कैसे किया जाता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं आदि को विस्तारपूर्वक बताया। कार्यक्रम में एन0एस0एस0 के कार्यकर्ताओं, छात्रों व शिक्षकों ने भाग लिया।