हरलाल संस्थान ने मनाया अपना 18 वाँ स्थापना दिवस

नॉलेज पार्क प्रथम स्थित हरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा ने आज अपना 18 वाँ स्थापना दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री एन0पी0 सिंह, जिला अधिकारी, गौतम बुद्ध नगर तथा विशिष्ट अतिथि जस्ट डायल के सी0ई0ओ0 श्री प्रशान्त नागर की गरीमामयी उपस्थिति में माँ सरस्वती पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभ्भारम्भ किया। जिला अधिकारी ने अपने सम्बोधन में तकनीकी व प्रबन्धन शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि शिक्षा विद्यार्थियों को ऐसी मिलनी चाहिए जो रोजगारपरक होने के साथ – साथ समाज में अच्छे नागरिक तैयार करने के साथ ही, राष्ट्र को नयी दिशा और अपनी विशिष्ट पहिचान बनाने में अपना योगदान दे सकें। स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थान की मैगजीन ष्च्।त्।क्प्ळडष् 2016 का विमोचन भी उन्होंने किया। संस्थान के चैयरमैन श्री हेम सिंह बंसल ने सम्बोंधित करते हुए कहा कि शांन्ति एजूकेशन सोसायटी ने गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अपने संस्थान में उच्च योग्यता प्राप्त, अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की है, जो अपने-अपने विषयों तथा क्षेत्र में अच्छे विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बताया कि हमारे संस्थान में लाइव प्रोजेक्ट साल में कम से कम दो – तीन बार कराये जाते है छात्रों का प्लेसमेंन्ट भी शत-प्रतिशत पूरा कराया जाता है और इस सत्र में भी एम0बी0ए0/एम0सी0ए0/पी0जी0डी0एम0 के छात्र/छात्राओं का सेलरी पैकेज काफी अच्छा रहा है। आज हमारे संस्थान के बहुत से विद्यार्थी देश विदेश की बड़ी-बड़ी कम्पनियों (विप्रो, एच0डी0एफ0सी0/आई0सी0आईसी0आई0 बैंक, मैनिफेक्चुरिंग सैक्टर्स, टी0सी0एस0, माइक्रोसॉफ्ट, रिलांयन्स, एयरटेल, वोडाफोन, जैनपेक्ट, हेवेट एसोसियेट आदि ) में कार्यरत हैं जो संस्थान ही नहीं बल्कि राष्ट्र का नाम भी रोशन करके नित नई ऊचाईयों को छू रहे हैं ऐसे प्रतिभाशाली और योग्यता के धनी विद्यार्थियों पर हमारे संस्थान को गर्व है।
उन्होंने बताया कि छात्र शिक्षा ही वह शक्ति है जो समाज को अच्छे नागरिक देने में एक आदर्श भूमिका अदा कर सकती है। अतः छात्रों को ऐसा व्यवहार करना चाहिये जिससे समाज में अच्छा वातावरण बनाये रखा जा सके। प्रबन्धन ने इस वर्ष प्रधानमंत्री जी की मुहिम “बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ” में अपना विषेश योगदान दिया है। लड़कियों की शिक्षण शुल्क में भी 50 प्रतिशत तक छुट दी गयी है। यही नहीं, विश्वविद्यालय में उच्च रैंक पर आने वाले विद्यार्थियों को 1,00000/51,000 रूपये पुरूस्कार के रूप मे दिये जाते हैं। जस्ट डॉयल के सी0ई0ओ0 श्री प्रशांन्त नागर ने शिक्षा में आये विभिन्न बदलाव, औद्योगिक एवं तकनीकी कम्पनियों की नौकरियों में आवश्यकता और उसी के अनुरूप अपने आप को तैयार करने के लिये विद्यार्थियों का आव्ह्नान किया। इसी के साथ उन्होंने संक्षेप में वर्तमान औद्योगिक वातावरण पर भी प्रकाश डाला।संस्थान के निदेशक प्रो0 (डॉ0) टी0 दुहान ने छात्र/छात्रों को सम्बोंधित करते हुए कहा कि जीवन में यदि कुछ प्राप्त करना चाहते हो तो, मेहनत और लगन के सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं है। प्रो0 दुहान ने इस विषय में कई प्रसिद्ध उद्योगपतियों और प्रबन्धकों का उल्लेख करते हुए बताया कि वह सामान्य पृष्ठभूमि से सम्बन्ध रखने के बाबजूद उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर उच्च मुकाम हासिल किया , जो आज के नवयुवकों के लिए पथ प्रर्दशक का काम कर रहा है। क्रिकेटर परविन्दर अवाना ने छात्र/छात्राओं से अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जितनी जरूरत पढने-लिखने की है उतनी ही जरूरत खेल कूदों की है क्योंकि जब शरीर स्वस्थ्य होता तभी पढने में मन लगता है। कार्यक्रम के अन्त में छात्र/छात्राओं के द्वारा विभिन्न रंगा-रंग कार्यक्रम पेश किए गये। विभिन्न गीतों की धुनों पर छात्र/छात्राएं देर तक थिरकते रहे, और साथ ही नृत्य एवं संगीत के साथ सभी ने मनोरंजन का लुफ्त उठाया। इस अवार पर सचिव श्री अनिल बंसल, डॉ0 नीरज शर्मा, कार्यकारी निदेशक प्रो0 ए0 वासु, प्रो0 अग्निवेश गुप्ता, डॉ0 त्रिभुवन अग्रवाल, प्रो0 नरेन्द्र उपध्याय एवं संस्थान के सभी छात्र/छात्राएं एवं शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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