ग्रेटर नोएडा। औद्योगिक सेक्टर 8 व 10 के आवंटियों को इंडस्ट्री शुरू करने से पहले ही बिजली, पानी, सीवर, स्ट्रीट लाइट जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं जल्द मिल जाएंगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इन दो सेक्टरों में पानी व सीवर के लिए पहले ही टेंडर निकाल चुका है। अब बिजली व स्ट्रीट लाइट के लिए भी टेंडर निकाल दिए हैं। बिजली कार्यों पर करीब 5.21 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है। इसके सहित कुल 31 कार्यों के लिए करीब 40 करोड़ रुपये के टेंडर निकाले गए हैं।
ग्रेटर नोएडा में बढ़ते औद्योगिक निवेश को देखते हुए प्राधिकरण आठ नए औद्योगिक सेक्टर को विकसित करने में जुटा है। सबसे पहले सेक्टर आठ व 10 को विकसित किया जा रहा है। इन दो सेक्टरों में 100 से अधिक उद्यमियों को जमीन आवंटित की जा चुकी है। प्राधिकरण की मंशा है कि पजेशन से पहले सेक्टर में मूलभूत सुविधाएं विकसित हो जाएं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर परियोजना विभाग ने 31 कार्यों के लिए टेंडर निकाले हैं। इन कार्यों को कराने में करीब 40 करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है। प्राधिकरण के महाप्रबंधक (परियोजना) एके अरोड़ा ने बताया कि सेक्टर 8 व 10 में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में 5.21 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस कार्य के लिए कॉन्ट्रैक्टर 13 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 17 जनवरी को प्री-क्वालीफिकेशन बिड खुलेगी। उसके बाद फाइनेंशियल बिड खोली जाएगी। इसके अलावा 3.21 करोड़ की लागत से छोटी मिलक में छह फीसदी आबादी भूखंडों का विकास, स्वणनगरी रोटरी से एलजी रोटरी तक रोड का मेनटेनेंस, यामहा मोटर्स से एनएच-24 तक 60 मीटर रोड का मेनटेनेंस, स्मार्ट विलेज चिपियाना खुर्द उर्फ टिगरी के फेज वन का कार्य, स्वर्णनगरी स्थित वाटर पार्क का रखरखाव, गिरधरपुर के बरातघर में इंटरलॉकिंग टाइल्स, ड्रेन बाउंड्रीवॉल, रिपेयरिंग व पेंटिग के कार्य, चिपियाना बुजुर्ग में दो कमरे, बरामदा, शेड व इंटरलॉकिंग टाइल्स का निर्माण, निहालदे स्मारक में लगे पेड़-पौधों व स्मारक का रखरखाव आदि कार्य होने हैं। उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया फाइनल होते ही निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करा दिया जाएगा।